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शराब की दुकानों पर 1 हज़ार लोग, अंतिम संस्कार में सिर्फ 20 लोगों को इजाज़त, ऐसा क्यों? संजय राउत

महाराष्ट्र/मुंबई – केंद्र सरकार ने 4 मई से शुरू हुए लॉकडाउन के तीसरे चरण में कुुुछ शर्तो के साथ शराब बिक्री की छूट दी हैं। केंद्र सरकार के इस फ़ैसले पर जमकर विरोध हुआ। दरअसल, शराब दुकानें खुलते ही शराब प्रेमियों की जमकर भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान न तो शराब प्रेमियों न ही कोरोना का डर दिखा, न ही पुलिस का। सोशल डिस्टेंसिंग की खुलकर धज्जियां उड़ाई गई। 

बता दे कि महाराष्ट्र में भी शराब की दुकानें खोलने का फैसला लिया था लेकिन, दुकानों पर भीड़ को देखते हुए फैसला वापस ले लिया। 

वहीं, सरकार के इस फैसले पर अब शिव सेना सांसद संजय राउत ने सवाल उठाए हैं। संजय राउत ने ट्वीट करते हुए सरकार पर हमला बोला हैं। 

 

 

उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि अंतिम संस्कार में सिर्फ 20 लोगों के शामिल होने की इजाजत है लेकिन, शराब की दुकान पर 1 हजार लोग इकट्ठे हो सकते हैं। राउत ने कटाक्ष किया- मृत शरीर में आत्मा (स्पिरिट) नहीं होती और दुकानों में स्पिरिट (अल्कोहल) होता है! क्या इसलिए वहां ज्यादा लोगों को छूट दी जा रही है?

गौरतलब है कि गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिल श्रीवास्तव ने 5 मई को सोशल डिस्टेंसिंग की गाइडलाइन जारी करते हुए बताया था कि अंतिम संस्कार में 20 लोगों और शादी समारोह में 50 लोग से ज़्यादा इकट्ठे नहीं हो सकते। 

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