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पैसे लेकर नाबालिग बेटी के हाथ पीले करने जा रहा था पिता,महिला बाल विकास, चाइल्डलाइन एवं पुलिस के संयुक्त प्रयासों ने रुकवाया बाल विवाह

पैसे लेकर नाबालिग बेटी के हाथ पीले करने जा रहा था पिता,महिला बाल विकास, चाइल्डलाइन एवं पुलिस के संयुक्त प्रयासों ने रुकवाया बाल विवाह

रायसेन/अमित दुबे:– सरकार की तमाम योजनाओं एवं शासन के प्रयासों के बावजूद आज भी बेटी को बोझ समझा जा रहा है। बेटी पढ़ाओ और बेटी बढ़ाओ का नारा स्लोगनों तक ही सिमट कर रह गया है। शासन, प्रशासन तो पूर्ण रूप से सजग है, लेकिन अभिभावक हैं कि समझने को तैयार नहीं। थोड़े से लालच में आकर पढऩे-लिखने और खेलने कूदने की उम्र में मासूम के ऊपर ग्रहस्थी का बोझ लाद देते हैं। शहर के वार्ड नं.1 में आज ऐसा ही एक मामला सामने आया। जहां एक पिता महज 50 हजार रुपए के लालच में अपनी 15 वर्षीय पुत्री का विवाह करने जा रहा था। मौके पर पहुंची महिला बाल विकास विभाग, चाइल्डलाइन एवं पुलिस की ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क टीम ने सजगता के साथ बाल विवाह को रुकवाया।

शहर के वार्ड क्र. 1 नवीन नरापुरा में रहने वाले रामू भील अपनी 15 वर्षीय पुत्री रानी (परिवर्तित नाम) का बाल विवाह करने जा रहा था। उसने रानी के हाथ पीले करने की पूरी योजना बना रखी थी। जानकारी लगते ही महिला बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी योगेन्द्र राज के निर्देशन में सेक्टर सुपरवाइजर सुनीता रजक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रेमलता शाक्या, रचना शाक्या सहित चाइल्ड लाइन एवं ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क की टीम मौके पर पहुंची। घर पर पिता तो मौजूद नहीं था लेकिन जिस बालिका के विवाह की तैयारी चल रही थी, वह और उसके भाई बहिन मौके पर मिले। पूछताछ में पता चला कि पिता रामू भील द्वारा वर पक्ष से 50 हजार रुपए लेकर रानी का विवाह पक्का कर दिया था जो 5 अप्रैल को होना था। रानी को हल्दी लगी थी, चर्चा में रानी एवं उसके भाई बहिनों ने बताया कि उसके पिता जबरन उसका विवाह करा रहे हैं, जबकि उसे आगे पढ़ाई कर जीवन में आगे बढऩे की इच्छा है। रानी को तो यह भी नहीं पता कि उसका विवाह कहां और किसके साथ हो रहा है। उसने बताया कि उसके पिता शराब के आदि हैं तथा भाई बहिनों के साथ मार-पीट भी करते हैं। मौके पर मौजूद टीम ने आस-पड़ोस में भी जानकारी ली तथा रानी के भाई बहिनों को समझाइश दी गई, मौके पर पंचनामा भी बनाया गया। बाद में उसके पिता से भी चर्चा हुई, जिसमें उसके पिता रानी का बाल विवाह नहीं करने के लिए राजी हो गए। इस पूरी कार्रवाई में महिला बाल विकास विभाग की टीम के अलावा चाइल्ड लाइन से सोनम रैकवार, मोनिका एवं ऊर्जा सेल की पुलिस की ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क टीम से एसआई रंजना शर्मा, दुर्गेश राजपूत, निधि तिवारी, अरविंद आदि मौजूद रहे।

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