प्रदेश के गरीबों को कब मिलेगा नया सवेरा योजना का लाभ?
- पीड़ित परिवार लाभ मिलने की आस लगाए बैठे हैं
- प्रदेश सरकार की योजनाओं से गरीब परिवारों को लाभ मिलना शुरू नहीं हुआ है
बड़वानी/अंजड़ /हेमंत नागझीरीया। नगर में पिछले 1 वर्ष में श्रमिक कार्ड धारियों की मौत का आंकड़ा 59 से ज्यादा रहा है. जिसमें दुर्घटना में मृत श्रमिक भी शामिल है. संबल योजना ( नया सवेरा) से सहारा मिलने की उम्मीद अब कम होती जा रही है. नई सरकार की नया सवेरा योजना से भी गरीब और पीडि़त परिवार लाभ मिलने की आस लगाए बैठे हैं. हालांकि अभी तक प्रदेश सरकार की योजनाओं से गरीब परिवारों को लाभ मिलना शुरू नहीं हुआ है.
शिवराज सरकार की संबल योजना के तहत अंत्येष्टि एवं अनुग्रह सहायता योजना, सरल बिजली बिल योजना, मुख्यमंत्री जनकल्याण शिक्षा प्रोत्साहन चलाई जा रही थी. इन योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को नहीं मिल पा रहा है. सबसे ज्यादा परिवार अनुग्रह सहायता राशि का लाभ नहीं मिलने से परेशान हो रहे है.
यह मिलना था लाभ-
अंत्येष्टि एवं अनुग्रह सहायता योजना के तहत श्रमिक परिवार के मुखिया की मौत होने पर सहायता राशि मिलती है. इसमें मौत होने के तुरंत बाद 5 हजार रुपए अंत्येष्टि के लिए, इसके बाद 2 लाख रुपए अनुग्रह राशि मिलती है. योजना के तहत एक्सीडेंटल मौत होने पर 4 लाख रुपए और स्थाई विकलांगता होने पर भी लाभ दिया जाता है.
अनुग्रह राशि पाने के लिए अनिल किशोर, प्रकाश मगन और इन्हीं की तरह के कई परिवार भटक रहे हैं. अपने परिजनों की मौत के बाद शिवराज सरकार ने जो उम्मीद जगाई थी. अब वह उम्मीद कमलनाथ सरकार में नगर पंचायत दौड़-दौड़कर परेशानी का सबब बनती दिखाई दे रही है. सम्बल पोर्टल पर करीबन 1 करोड़ से अधिक की राशि वितरित या स्वीकृति दिखाई देती है. मगर जिस प्रकार से पीड़ित परेशान हो रहे हैं उससे तो पर्दे के पीछे कुछ और ही नजारा सामने आता है.
एक पीड़ित परिवार ने बताया कि हम काफ़ी समय से परेशान है. एक बिचोलिये ने 40000 हजार रुपये लेकर हमें अनुग्रह राशि दिलाने को कहा.