तुर्की की सैन्य कार्रवाई को लेकर चीन-पाकिस्तान में मतभेद
चीन और पाकिस्तान के बीच उत्तरी सीरिया में कुर्द लड़ाकों के खिलाफ तुर्की की सैन्य कार्रवाई को लेकर मतभेद
हालही में खबर आ रही है कि चीन और पाकिस्तान के बीच उत्तरी सीरिया में कुर्द लड़ाकों के खिलाफ तुर्की की सैन्य कार्रवाई को लेकर मतभेद चल रहा हैं | जहां बीजिंग द्वारा तुर्की से सैन्य अभियान रोकने को कहा गया है, वहीं पाकिस्तान ने इसपर समर्थन जताया है | दरअसल, तुर्की द्वारा पिछले हफ्ते ‘सीरियन कुर्दिश पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स' (वाईपीजी) के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू की गई थी ,जिसे वह अपने क्षेत्र में सक्रिय कुर्द विद्रोहियों की शाखा मानता है |
इसके तहत, संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, अभियान में अब तक दर्जनों आम लोग मारे जा चुके हैं और लगभग एक लाख 60 हजार लोग क्षेत्र से पलायन कर चुके हैं | दरअसल, चीन द्वारा 15 अक्टूबर को तुर्की से कहा गया कि वह उत्तरी सीरिया में जारी अपनी सैन्य कार्रवाई को रोके, ताकि इससे आईएस के आतंकवादियों को भागने का मौका मिल सकता है |
वहीं, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग द्वारा एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा गया है कि सीरिया की संप्रभुता, स्वतंत्रता, एकीकरण और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए और इसे बरकरार रखा जाना चाहिए |
उन्होंने यह आग्रह जताया है कि तुर्की के अभियान के चलते आतंकवादी भाग सकते हैं और इस्लामिक स्टेट दोबारा पैर जमाने के तहत इस अवसर का लाभ उठा सकता है | वहीं, बीजिंग को यह अनुमान है कि आईएस के उइगुर लड़ाकों के लौटने से उसके शिनजियांग प्रांत में अशांति फैल सकती है, जो व्यापक धरपकड़ के बाद पिछले कुछ वर्षों से शांत है |