बजट 2020 :कृषि, सर्विस सेक्टर और बेरोजगारी पर काम कर सकती है मोदी सरकार

दिल्ली :अवनीश / सोनू : कल यानी कि 1 फरवरी 2019 को भारतीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भारतीय बजट पेश करेंगी। जहां एक तरफ देश की अर्थव्यवस्था लगातार नीचे गिर रही है। वही कल निर्मला सीतारमण पर सभी की नजरें गड़ी रहेगी। मौजूदा सरकार के सामने विभिन्न चुनौतियां हैं जिसे यह सरकार पार करना चाहेगी। आइए देखते हैं कि किन मुद्दों पर सरकार की नजर रहेगी
आर्थिक विकास :आर्थिक विकास काफी चिंताजनक है। क्योंकि कृषि विकास दर पीछले साल की विकाश दर 2. 9 प्रतिशत से गिरकर 2.8 प्रतिशत तक गिरने की उम्मीद है। वही सर्विस सेक्टर जो देश के आर्थिक विकास विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके भी ग्रोथ रेट में काफी कमी आने की संभावना है। पिछले साल सर्विस सेक्टर की ग्रोथ रेट 7.5 प्रतिशत थी, जो कि इस साल 6.8% पर जाकर रुकने की संभावना है।वहीं आद्योगिक सेक्टर का खस्ताहाल है। क्योंकि न तो इंफ्रास्ट्रक्चर में कोई ग्रोथ है न ही रोजगार में कोई सृजन हो रहा है।सतत ग्रोथ रेट में भी हम लगातार नीचे की ओर जा रहे हैं। ऐसे में सरकार चाहेगी कि इस बजट आम आदमी को फायदा पहुंचे। इसके लिए सरकार टैक्स स्लैब, बेरोजगारी तथा महंगाई पर काम करने को सोचेगी। मोदी सरकार पर लगातार महंगाई तथा बेरोजगारी को लेकर सवाल पूछे जाते हैं। ऐसे में मोदी सरकार चीन के रोजगार मॉडल को अपनाकर आने वाले पांच वर्षों में 4 करोड़ रोजगार सृजन करने की सोच रही हैं।