मध्यप्रदेश में फिर खिलेगा "कमल",शिवराज लगाएंगे सीएम का "चौका"!
मध्यप्रदेश में फिर खिलेगा कमल,शिवराज लगाएंगे सीएम का चौका
मध्यप्रदेश में चल रही सियासी उठा पटक का आखिर अंत हो गया। प्रदेश में बीते 15 महीने सरकार में रहने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया। अब नए सियासी समीेकरण के मुताबिक भाजपा की ओर से दिग्गज नेता शिवराज सिंह एक बार फिर मुख्यमंत्री बन सकते हैं। शिवराज के अलावा अब तक अर्जुन सिंह और श्यामाचरण शुक्ल तीन-तीन बार सीएम रहे हैं।
गौरतलब है कि शिवराज सिंह 2003 से 2018 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और मुख्यमंत्री बन चौका लगा सकते हैं। मध्यप्रदेश में आंकड़ों को देखा जाए तो राज्य में कुल 230 सीटें है।
दो विधायकों के निधन के बाद पहले से 2 सीटें खाली हैं। सिंधिया समर्थक कांग्रेस के 22 विधायक बागी हो गए थे। इनमें 6 मंत्री भी थे। स्पीकर एनपी प्रजापति इन सभी के इस्तीफे मंजूर कर चुके हैं। शुक्रवार सुबह स्पीकर ने कहा, ‘‘भाजपा विधायक शरद कोल ने भी इस्तीफा दिया था, जिसे मंजूर किया जा चुका है।’’ वर्तमान स्थिति को देखा जाए तो भाजपा को अब सदन में बहुमत सिद्ध करना होगा।
6 महीने के अंदर होंगे उपचुनाव
आगामी 6 माह के अंदर राज्य में मध्यावधि उप चुनाव कराए जाएंगे। गौरतलब हैं कि राज्य में 25 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इन सभी सीटों पर दोबारा चुनाव होंगे।
भाजपा के बहुमत का गणित
भाजपा को बहुमत की सरकार बनाने के लिए आगामी मध्यावधि उपचुनाव की 25 सीटों में से अपने दम पर सरकार में आने के लिए कम से कम 10 सीटें जीतना जरूरी हैं और यदि भाजापा के समर्थन में 4 निर्दलीय आए तो भाजपा+ की संख्या 110 हो जाती है। 25 सीटों पर उपचुनाव होने पर भाजपा को बहुमत के लिए 6 और सीटों की जरूरत होगी।
वहीं कांग्रेस को निर्दलियों के साथ रहने पर उपचुनाव में 17 और निर्दलियों के पाला बदलने पर 21 सीटें जीतनी होंगी। अगर निर्दलीय के साथ-साथ सपा-बसपा ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ दिया तो उसे सत्ता में वापसी के लिए सभी 24 सीटें जीतनी होंगी।