भोपाल पुलिस ने खोली अपनी तीसरी आंख, क्या हैं पूरी खबर पढ़िए यहाँ
भोपाल / महिलाओ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भोपाल पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
इसके तहत भोपाल पुलिस आई ऍप के जरिये भोपाल अपनी सुरक्षा व्यवस्था का दायरा बढ़ने जा रही हैं। जिसमें की पुलिस द्वारा अपराधियों को एक हाईटेक तरीके से पकड़ने की योजना पर कार्य किया जाएगा। भोपाल की महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्त्याचारों को रोकने के लिए इस ऐप का प्रयोग किया जाएगा। आपको बता दें की राजधानी में कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए भोपाल पुलिस ने यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस ऍप के ज़रिये भोपाल पुलिस पूरे शहर पर निगरानी रखेगी।
यूं तो भोपाल पुलिस अभी तक मुख्य मुख्य चौराहों तिराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरे से निगरानी करती आ रही थी। लेकिन इसकी भी एक सीमा रहती थी अब इस ऍप के जरिए पुलिस शहर के हर कोने पर नजर रख सकती है।
इसके तहत कोई भी व्यक्ति अपने घर दुकान होटल लॉज बिल्डिंग्स बाहरी हिस्से में लगे सीसीटीवी कैमरे को पुलिस के सर्विलांस सिस्टम से कनेक्ट कर सकता है। सर्विलांस सिस्टम से जुड़ने के बाद पुलिस कंट्रोल रूम से उस जगह की गतिविधियों की निगरानी करेगी, आपको बता दें की कई लोग इस सिस्टम से जुड़ना भी शुरू हो गए हैं।
इस एप का यूज़ महिलाओं की सुरक्षा के लिए बहुत ही कारगर साबित हो सकता है :-
महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को देखकर भोपाल पुलिस ने यह कदम उठाया है इस एप्प का यूज़ करना बहुत ही आसान है कह सकते है कि एप्प यूजर फ्रेंडली है जिसे आप गूगल के प्लेस्टोर पर जाके डाउनलोड कर सकते है ऐप में अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी रजिस्टर्ड करना होगा. उसके बाद मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा.इस ओटीपी को डालने के बाद एक ऑप्शन खुलेगा, जिसमें यूजर को अपने घर या दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों के आईपी एड्रेस की डिटेल अपलोड करनी होगी.यह प्रोसेस करने के बाद जीओ ट्रैकिंग के माध्यम से यूजर की लोकेशन पुलिस के सर्विलांस सिस्टम को मिल जाएगी और वहां से पुलिस यूजर के घर की लाइव निगरानी कर सकेगी.
पुलिस ने जनता से अपील है कि वो अपने घर, दुकानों ऑफिसो में अच्छी क्वालिटी के नाइट विज़न कैमरे लगवाएं सीसीटीवी कैमरे इस तरह से लगवाएं कि बाहर का इलाका भी अच्छे से कवर हो जाए. सीसीटीवी कैमरे में क़ैद 3 महीने का फुटेज डिलीट ना करें .समय-समय सीसीटीवी कैमरे चैक करते रहे।
सीसीटीवी कैमरे से मिलने वाले फुटेज के ज़रिए उसे घटना और अपारधियों के बारे में पूरी डीटेल मिल जाएगी. इससे अपराधियों की पहचान आसान होगी. आम जनता में सुरक्षा और अपराधियों में डर पैदा होगा.