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उपचुनाव के सबसे "हॉट-सीट" सांवेर से कांग्रेस और भाजपा में चल रही जुबानी तीर, इस कांग्रेस नेता ने कहा:- " श्राद्ध पक्ष में जिसने कलश यात्रा निकाली उसका "श्राद्ध" हो जाएगा"

उपचुनाव के सबसे “हॉट-सीट” सांवेर से कांग्रेस और भाजपा में चल रही जुबानी तीर, इस कांग्रेस नेता ने कहा:- ” श्राद्ध पक्ष में जिसने कलश यात्रा निकाली उसका श्राद्ध हो जाएगा” 

 ग्वालियर/गरिमा श्रीवास्तव:- मध्यप्रदेश में बदलती राजनीति के बीच एक दूसरे पर जुबानी तीर लगातार जारी है. कल कांग्रेस ने 15 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं. मध्य प्रदेश के 27 उपचुनाव में ग्वालियर चंबल में सबसे ज्यादा सीटें हैं. सांवेर सीट पर उम्मीदवार के नाम घोषित कर दिए गए हैं. कांग्रेस की तरफ से सांवेर सीट से प्रेमचंद गुड्डू उम्मीदवार रहेंगे. प्रेमचंद गुड्डू पूर्व में सांसद भी रह चुके हैं.

 प्रेमचंद गुड्डू ने तुलसीराम सिलावट पर साधा निशाना:– ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि सांवेर सीट से भारतीय जनता पार्टी तुलसीराम सिलावट को उम्मीदवार घोषित करेगी. तुलसीराम सिलावट वह नेता है जो बागी होकर भाजपा में आए थेे. प्रेमचंद गुड्डू ने कहा कि तुलसीराम सिलावट का रवैया पहले से ही गैर जिम्मेदाराना रहा है. जब मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस फैल रहा था तो वह बेंगलुरु के होटल में जाकर बैठे थे.

 तुलसी सिलावट पर लगातार निशाना साधते हुए प्रेमचंद गुड्डू ने कहा कि सांवेर क्षेत्र को देखकर ऐसा बिल्कुल नहीं लगेगा कि यह इंदौर के अंतर्गत आता है. क्षेत्र में सड़कों पर गहरे गहरे गड्ढे हैं. तुलसीराम सिलावट विधायक और मंत्री रहे पर उनका सिर्फ गैर जिम्मेदाराना रवैया नजर आया. क्षेत्र का विकास अब तक नहीं हुआ. जनता को सिर्फ बेवकूफ बनाया गया..

 श्राद्ध पक्ष में कलश यात्रा को लेकर भी तुलसीराम पर निशाना साधा गया, प्रेमचंद गुड्डू ने कहा कि हम कलश यात्रा का विरोध नहीं कर रहे हैं पर ऐसे समय में और श्राद्ध पक्ष में किसी शुभ काम का आयोजन करना सही नहीं होता है…

 वोट बटोरने की तैयारी में जुटी भाजपा-कांग्रेस:-

 मध्यप्रदेश की बढ़ती सियासत में लगातार एक-दूसरे पर निशाना साधा जा रहा है. चुनाव आयोग द्वारा यह बात कही गई है कि जल्द ही उप चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी जाएगी.. जिसे लेकर दोनों ही पार्टियों ने वोट बटोरने के लिए अपनी कमर कस ली है, धार्मिक आयोजन बंद करके सरकार राजनीतिक आयोजन कर रही है…

 वैसे तो कोरोना का हवाला देकर धार्मिक आयोजन रोक दिए गए थे, पर भारतीय जनता पार्टी की राजनैतिक आयोजन लगातार चल रही थी.. अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में भाजपा और कांग्रेस वोट बटोरने के लिए और क्या-क्या करती है…

 

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