आज Text और Tweet के इस दौर में ये और ज्यादा जरूरी है कि हमारी नई पीढ़ी गंभीर ज्ञान से दूर न हो जाए: पीएम मोदी
आज Text और Tweet के इस दौर में ये और ज्यादा जरूरी है कि हमारी नई पीढ़ी गंभीर ज्ञान से दूर न हो जाए: पीएम मोदी
नई दिल्ली/गरिमा श्रीवास्तव: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जयपुर में पत्रिका गेट का लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद रहे।
इस दौरान पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि किसी भी समाज में समाज का प्रबुद्ध वर्ग, समाज के लेखक या साहित्यकार ये पथप्रदर्शक की तरह होते हैं, समाज के शिक्षक होते हैं।स्कूली शिक्षा तो खत्म हो जाती है, लेकिन हमारे सीखने की प्रक्रिया पूरी उम्र चलती है, हर दिन चलती है। इसमें बड़ी अहम भूमिका पुस्तकों और लेखकों की भी है
आज मुझे राजस्थान की संस्कृति को प्रतिबिंबित करने वाले पत्रिका गेट को समर्पित करने का अवसर मिला। ये(पत्रिका गेट) स्थानीय निवासियों के साथ ही वहां आने वाले पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा.
अक्षर हमारी भाषा की, हमारी अभिव्यक्ति की पहली इकाई होती है, संस्कृत में अक्षर का अर्थ है, जिसका क्षरण न हो, यानि जो हमेशा रहे।विचार की यही शक्ति है, सामर्थ्य है।हजारों साल पहले जो विचार, जो ज्ञान किसी ऋषि, वैज्ञानिक ने हमें दिया, वो आज भी संसार को आगे बढ़ा रहा है.
हमारे उपनिषदों का ज्ञान, वेदों का चिंतन केवल आध्यात्मिक और दार्शनिक आकर्षण का ही क्षेत्र नहीं है। वेद और वेदांत में सृष्टि और विज्ञान का भी दर्शन है। आज विश्व जिन समस्याओं से जूझ रहा है उसकी चर्चा हज़ारों साल पहले हुई है.
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि उपनिषद संवाद और अक्षर यात्रा भी उसी भारतीय चिंतन की एक कड़ी के रूप में लोगों तक पहुंचेगी, ऐसी मेरी अपेक्षा है।
आज Text और Tweet के इस दौर में ये और ज्यादा जरूरी है कि हमारी नई पीढ़ी गंभीर ज्ञान से दूर न हो जाए