कमलनाथ की सरकार को चेतावनी, 2 महीने में हो पंचायत चुनाव, नहीं तो होगा आंदोलन
भोपाल : मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के पीसीसी चीफ कमलनाथ ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार 2 महीने के भीतर परिसीमन, रोटेशन और ओबीसी आरक्षण के साथ ग्राम पंचायत चुनाव नहीं कराती तो काग्रेस पार्टी जिला स्तर, ब्लॉक स्तर से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक बड़ा आंदोलन करेगी। बता दे कि इसी साल की शुरुआत में पंचायत चुनाव होने थे, जिसकी तैयारियां भी लगभग पूरी हो चुकी थी, लेकिन ओबीसी आरक्षण पर उलझे मामलों के कारण चुनावों को रद्द कर दिया गया।
हालांकि, ये मामला हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट यहां तक की विधानसभा में भी जमकर गूंजा, लेकिन कुछ न हो सका।
कमलनाथ ने कहा, “भारतीय जनता पार्टी का चरित्र पूरी तरह से ओबीसी विरोधी है। शिवराज सिंह चौहान 15 साल से मुख्यमंत्री हैं, भाजपा के चार मुख्यमंत्री रह चुके हैं, लेकिन क्या कभी भाजपा ने ओबीसी को 27% आरक्षण देने का प्रस्ताव सदन में रखा। कमलनाथ ने कहा कि यह तो संयोग है कि उस समय विधानसभा का सत्र चल रहा था जहां कांग्रेस पार्टी स्थगन प्रस्ताव लेकर आई और उसके बाद सदन ने ओबीसी आरक्षण के साथ चुनाव कराए जाने के बारे में संकल्प पारित किया।
कमलनाथ ने आगे कहा कि भाजपा सरकार एक कानून बता दे जो उसने ओबीसी के हित में बनाया हो। पिछले 2 साल से ओबीसी स्कॉलरशिप का 1210 करोड़ रुपये बकाया है और यह स्कॉलरशिप वितरित नहीं हो पा रही है। इस दौरान कमलनाथ ने सरकार को चोतावनी दी की अगर 2 महीने के भीतर चुनाव नहीं कराए गए तो कांग्रेस आंदोलन करेगी।