प्रदेश की राजनीति में आया नया मोड़, Congress को मिला PCC Chief? चर्चाओं का बाजार हुआ गर्म

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस लंबे समय से अपने नए पीसीसी चीफ की तलाश में हैं। कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद पीसीसी चीफ नया बनाए जाने की अटकलों और चर्चाओं का बाज़ार गर्म हैं। अभी सीएम कमलनाथ ही ये ज़िम्मेदारी भी संभाले हुए हैं। हालांकि पीसीसी चीफ बदला जाएगा या नहीं, ये तय नहीं।
मालूम हो कि ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के मंत्री खुलकर बयानबाजी करते आए है की प्रदेश की कमान सिंधिया को दी जानी चाहिए। इस से पहले सिंधिया गुट के मंत्री तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी, प्रधुम्न सिंह तोमर कई बार सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर चुके हैं। वहीं, कमलनाथ, दिग्विजय खेमे के मंत्रियों की बयानबाजी अब तक इशारों में सामने आई हैं।
पीसीसी चीफ को लेकर चल रहीं अटकलों के बीच अब अलग अलग मंत्रियों के अलग अलग बयान सामने आने लगे हैं।
गुटों में बंटे नेता अपने-अपने नेता को इस पद पर देखना चाहते हैं और इन नेताओं की बयानबाज़ी पर पार्टी हाईकमान लगान नहीं लगा पा रहा हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को ग्वालियर आए कृषि मंत्री सचिन यादव ने जीतू पटवारी के बयान पर अहसमति जताते हुए कहा हम छोटे कार्यकर्ता हैं। पीसीसी चीफ के नाम का फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा। इसमें प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व की सहमति भी होगी। इस से पहले मंत्री पटवारी ने कहा था कि एमपी में कमलनाथ के होते हुए नये पीसीसी चीफ की जरूरत नहीं हैं। कमलनाथ की अगुआई में ही कांग्रेस नगरीय निकाय चुनाव में उतरेगी।
वहीं, सज्जन सिंह वर्मा ने हफ्ते भर पहले कहा था की 15 दिनों के भीतर प्रदेश को नया पीसीसी चीफ मिल जाएगा। सज्जन ने ये भी कहा था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया भी ऊर्जावान नेता हैं।
हालांकि प्रदेश कांग्रेस को कब नया पीसीसी चीफ मिलेगा ये तो समय ही तय करेगा। लेकिन उस से पहले इन नेताओं के अलग अलग बयानों ने प्रदेश में एक बार फिर चर्चाओं के बाजार गरमा दिया हैं।