दमोह : युवक के कान में घुसी गोली,फ़िर भी 20 किलोमीटर तक गाड़ी चलाकर खुद पहुंचा अस्पताल
दमोह : युवक के कान में घुसी गोली,फ़िर भी 20 किलोमीटर तक गाड़ी चलाकर खुद पहुंचा अस्पताल
- MP में जीवन जीने का जुनून का अनोखा मामला सामने आया कान के पास घुसी गोली,
- 19 से 20 किमी तक चलाई बाइक ख़ुद अकेले पहुंचा अस्पताल
- जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में युवक है भर्ती
द लोकनीति डेस्क जबलपुर
जिंदगी के बारे में कहा जाता है “जिंदगी तो चार दिन “ की है इसी जिंदगी को जीने के लिए हम रोज़ झुझते है लेकिन मध्यप्रदेश में अपने जीवन जीने का जुनून अनूठी मिशाल सामने आई है दअरसल MP के दमोह जिले में एक युवक की हिम्मत एवं जीवटता का अनूठा मामला सामने आया है । गोली युवक को भेदते हुए कान के पास जा लगी और इतने गंभीर संवेदनशील हालत में भी युवक फंस जाने के बाद भी वह बाइक चलाकर जिला अस्पताल दमोह पहुंच गया। प्राथमिक उपचार के बाद युवक को जबलपुर रेफर कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक देहात थाने के सिहोरा पड़रिया गांव निवासी अनिल शर्मा को पथरिया थाने के बेलखेड़ी के पास बुधवार सुबह किसी व्यक्ति ने गोली मार दी। गोली कान के पास गर्दन और सिर के बीच फंस गई, फिर भी अनिल वहां से बाइक चलाते हुए जिला अस्पताल पहुंच गया। घटनास्थल से जिला अस्पताल की दूरी करीब 19 किलोमीटर है। हालात गंभीर होने पर अनिल को जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया कि अनिल को गोली लगी है, लेकिन शरीर के पार नहीं निकली है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि गोली मस्तिष्क के किस हिस्से में फंसी है। जांच जारी है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही गोली बाहर निकालने के लिए आपरेशन का निर्णय लिया जाएगा। स्वजनों के मुताबिक अनिल ने घटना के बाद उन्हें बताया कि वह सुबह बाइक से पथरिया के लिए निकला था। बेलखेड़ी पुलिया के पास गोली लगने से वह जमीन पर गिर पड़ा। हिम्मत कर उसने गोली लगने वाली जगह पर कपड़ा बांधा और जिला अस्पताल के पहुंचा। उधर से स्वजन भी अस्पताल पहुंचे। पथरिया थाना प्रभारी आरपी कु समाकर का कहना है कि जबलपुर रेफर होने के कारण अनिल के बयान नहीं हो सके हैं। वहीं, जिला अस्पताल दमोह के आरएमओ डा. दिवाकर पटेल का कहना है कि हो सकता है कि घायल की गर्दन से उस समय खून कम निकल रहा हो, जिससे वह जिला अस्पताल तक बाइक चलाकर पहुंचने में कामयाब रहा हो।