बाढ़ से हुई लोगो की जिंदगी बर्बाद, न सिर पर छत, न खाने को भोजन
भोपाल : मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में बाढ़ से करीब 27 हजार घर बर्बाद हो गए हैं और लाखों से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं। इन लोगों के पास न सिर छत है , न खाने को भोजन। यह आंकड़े प्रशासन की तरफ से जारी किए गए हैं। बताया जा रहा है कि बाढ़ से मंदसौर जिले में हजारों करोड़ का भारी नुकसान हुआ हैं। इन जिले के लोगों को बहुत मुश्किल परस्थितियों से गुजरना पड़ रहा हैं। जिन परस्थितियों से वो लोग गुजर रहे है हम शब्दों के द्वारा बया नहीं कर सकता हैं । इस जिले में प्रशासनिक अधिकारी , नेता सब पहुंचे और अपने तरफ से आश्वासन दिए गए हर संभव पीड़ित लोगों की मदद करेंगे ।
बाढ़ पीड़ित लोगों तक पहुंचाया जा रहा उपयोगी सामाग्री
मंदसौर जिले में बाढ़ पीड़ित लोगों की मदद देने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से पूरी कोशिश हो रही है। वही इससे प्रभावित लोगों के घर-घर जाकर राशन व जरूरत की सामग्री भी दी जा रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार बाढ़ प्रभावित में से 45 परिवार पिछले तीन दिनों से भुटटे खाकर गुजारा कर रहे है। इन लोगों के घर का सारा सामान पानी में पानी बह गया। बता दे कि बाढ़ पीड़ित मोतीलाल बंजारा और भारमल बंजारा ने बताया की गांव से सोसायटी 15 किमी दूर है और रास्ता बंद है।
प्रशासन की तरफ से दी गई जानकारी
मध्य प्रदेश में बाढ़ से अब तक 530 लोगो की मौत हो चुकी हैं, जबकि 5400 किमी की सड़के खराब हो चुकी हैं। प्रदेश में बाढ़ और अधिक वर्षा होने के कारण करीब 11 हजार करोड़ रुपए का प्रदेश सरकार को भारी नुकसान हुआ है। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान भोपाल, उज्जैन और इंदौर संभाग में हुआ है। प्रदेश में लगभग 24 लाख हेक्टेयर की फसल काे नुकसान होने से 22 लाख से ज्यादा किसान प्रभावित हुए हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मप्र सरकार ने अब तक राहत कार्य में 325 करोड़ रुपए व्यय कर चुकी है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की ज्याजा लेने केंद्र सरकार की तरफ से एक दल आ रहे है जो इसका मुआयना करेंगे। यह दल निरक्षण करने के बाद केंद्र सरकार इससे प्रभावित लोगों को सहायता राशि देंगी ।