Corona Virus : यात्री सेवाएं बंद हुईं तो क्या ,पैदल 1000 किलोमीटर की यात्रा कर घर पहुंचेंगे ये मजदूर
Bhopal Desk ,Gautam
कोरोना वायरस ने पूरे विश्व में कोहराम मचा रखा है। हालात कितने खराब है इसका अंदाज़ा आप ईरान और इटली जैसे देशों से लगा सकते हैं। भारत में ऐसे हालात न हों इसके लिए सरकार पहले से ही सचेत है और कई फैसले भी ले रही है। यहां यानि की पूरे देश में रेलवे ,सड़क और हवाई यात्राओं को बंद कर दिया गया है।जो जहां था वहीं फंसा रह गया है। जयपुर में बिहार राज्य से आये कुछ मजदूर भी काम करते थे ।अभी एक महीने पहले ही यह लोग यहां आए थे जिसके बाद लॉकडाउन हो गया और इनका रोजगार भी छिन गया। मालिक ने सबको 2-2 हज़ार थमाया और जाने को बोल दिया लेकिन तब तक सभी यातायात सुविधाएं बन्द करवाई जा चुकी थीं। तो इनलोगों ने ठाना की पैदल ही चल दिया जाए। 3 दिन की कड़ी मेहनत और चलने का बाद यह लोग आगरा पहुंचे हैं। यहां से 1000 किलोमीटर और चलने के बाद यह लोग अपने गृहराज्य पहुँचेंगे। पैसे के अभाव में और लॉकडाउन के वजह से इन्हें खाना भी नही मिल रहा है।
बिहार के सिफॉल निवासी एक मजदूर ने बताया कि एक महीने पहले अपने 14 साथियों के साथ जयपुर के कोल्ड स्टोरेज में काम करने के लिए गया था। अभी 25 दिन ही हो पाए थे कि सरकार के आदेश पर कोल्ड स्टोरेज को बंद कर दिया गया। इसके बाद कोल्ड स्टोरेज मालिक ने दो हजार रुपये देकर उन्हें घर भेज दिया। मगर जयपुर में कर्फ्यू लगा हुआ है. इस कारण कोई वाहन नहीं चल रहा।
21 मार्च को ये सभी जयपुर से निकले थे और मंगलवार को आगरा पहुंच पाए हैं।रास्ते में खाने-पीने का सामान न मिल पाने की वजह से भूखे पेट चल रहे हैं।रास्ते में जो मिल जाता है, उसी से पेट भर लेते हैं। उन्हें करीब 1000 किलोमीटर दूर अपने जिले में जाना है। रास्ते में पुलिस रोकती है तो वे पैदल अपने घर जाने के लिए कह देते हैं।