हकीकत में देखने को मिली फिल्मी कहानी, लैब टेक्निशियन ने चलती ट्रेन में वीडियो कॉल पर सलाह लेकर कराई डिलीवरी,
हकीकत में देखने को मिली फिल्मी कहानी, लैब टेक्निशियन ने चलती ट्रेन में वीडियो कॉल पर सलाह लेकर कराई डिलीवरी,
सागर/गरिमा श्रीवास्तव:- कई बार हकीकत में फिल्मी घटनाएं देखने को मिल जाते हैं.. थ्री ईडियट्स फिल्म की तरह वीडियो कॉल पर डिलीवरी कराने की यह खूबसूरत वाकया सामने आया.. बता दे कि दिल्ली में काम करने वाला लैब टेक्नीशियन सुनील प्रजापति ने ट्रेन में एक महिला यात्री का प्रसव कराया. सुनील ने डिलीवरी कराने के लिए वीडियो कॉल पर डॉक्टर की मदद ली.
सर जॉन शेविंग किट और धागे की मदद से महिला का प्रसव कराया गया. मां और बच्चा दोनों बिल्कुल स्वस्थ हैं..
हकीकत की कहानी को देख लोगों को थ्री इडियट्स के रैंचो याद आ जाते हैं. जब भरी बरसात में रैंचो बने आमिर खान ने डिलीवरी कराया था.
इस तरह सुनील ने कराई महिला की डिलीवरी:-
सुनील ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने टीटीई से फर्स्ट एड बॉक्स मांगा जिसके बाद महिला डॉक्टर सुपर्णा को वीडियो कॉल पर लिया गया एक यात्री ने शॉल से महिला को ढका.. और फिर सिलाई वाले धागे और एक दूसरे यात्री की शेविंग किट से नई ब्लेड ली. सुनील ने डॉक्टर के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए डिलीवरी कराई. ब्लेड से ही बच्चे की गर्भनाल भी काटी गई.
. सुनील प्रजापति के बहादुरी को देख कर देशभर के लोगों ने बधाई दे रहे हैं यहां तक की केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी उन्हें बधाई दी है.
मूल रूप से सागर के रहने वाले सुनील प्रजापति दिल्ली के उत्तर रेलवे मंडल अस्पताल में लैब टेक्नीशियन है. मैं शनिवार को मध्य प्रदेश संपर्क क्रांति के बीच रिपोर्ट में दिल्ली से सागर का सफर कर रहे थे ट्रेन जब फरीदाबाद से आगे निकली तो कोर्ट में बैठी महिला किरण को प्रसव पीड़ा होने लगी.. वह अपने भाई के साथ दमोह जा रही थी उसे डॉक्टर ने 20 जनवरी की डिलीवरी डेट दी थी..
ट्रेन की बोगी में दूसरी और कोई महिला नहीं थी जिसकी वजह से सुनील ने डॉक्टर सुपर्णा सेन को सूचित किया. डॉक्टर सुपर्णा ने आगरा और ग्वालियर रेलवे स्टेशनों पर मेडिकल टीम में तैनात कर दी गई.. किरण दर्द से चीख उठी थी जिसके बाद यह बात समझ में आ गई थी कि यह उसकी प्रसव पीड़ा है उसकी डिलीवरी होने वाली है.