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कैसे सुधरेगी प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था , जब शिक्षक ही समय से पहले कर दे विद्यालय में तालाबंदी , पढ़े यह खबर

 

  • समय से पहले कर देते हैं छुट्टी
  • सवालों का नहीं है कोई उचित जवाब
  • गर्त में जाती प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था

Vidisha से कमलेश जाटव की रिपोर्ट :- आनंदपुर के समीप ग्रामबंदी पुर के शासकीय एकीकृत माध्यमिक शाला बंदीपुर में शिक्षकों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। शिक्षा विभाग के नियमों के अनुसार विद्यालय संचालन का समय 10:30 बजे से 4:30 बजे का है। लेकिन शिक्षा विभाग के नियमों की नियमों की धज़्ज़ियाँ शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा उड़ाई जा रही है।
आपने यह तो सुना होगा कि बच्चे दिवार फांदकर समय से पहले स्कूल से भाग जाते हैं। आज हम आपको नयी बात बताने जा रहे हैं। लटेरी के बंदीपुर की यहाँ बच्चे नहीं बल्कि शिक्षक यहाँ तक की स्कूल के प्रभारी भी समय से पहले स्कूल बंदकर भाग जातें हैं। हम आपको बता दें की यह मामला है शासकीय एकीकृत माध्यमिक शाला बंदीपुर का जहां शिक्षक तो आते हैं लेकिन समय से पहले ही चले जाते हैं। स्कूल के प्रभारी प्रताप धाकड़ ,सहायक अध्यापक सुषमा ,देवेंद्र बघेल अतिथि शिक्षक मोनिका जादौन ,धर्मेंद्र पाटीदार, सागर जादौन यहाँ पदस्थ हैं। शिक्षकों का बच्चों के प्रति रवैया ठीक नहीं है। वे गरीब छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ बड़ा खिलवाड़ कर रहे हैं।

 

                         

शिक्षा विभाग भी इसमें ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहा है। इसकी वजह यह हो सकती है कि यहां पर सिर्फ गरीबों के ही बच्चे पढ़ते हैं। अगर ऐसे शिक्षक बच्चो को शिक्षा देंगे तो ऐसे में गरीब ग्रामीणजनों के बच्चों का भविष्य कैसे संवरेगा।
लेकिन हमारा काम है गलत को सरकार और आम जनों के समक्ष लाना इसी क्रम में आज द लोकनीति टीम ग्रामबंदी पुर के शासकीय एकीकृत माध्यमिक शाला पहुंची। वहां का नज़ारा देखकर हम हतप्रभ रह गए। स्कूल बंद होने का समय 4:30 बजे का है लेकिन 3:15 बजे ही सहायक अध्यापक सुषमा एवं अतिथि शिक्षक मोनिका जादौन बस में बैठ कर अपने घर निकल गई। समय से सबा घंटे पहले ही चली गई। प्रभारी प्रताप धाकड़ भी बच्चों की छुट्टी कर स्कूल से जा ही रहे थे। जब बच्चे पीठ पर बस्ता टांग कर घर जा रहे थे तो हमने बच्चों से पूछा कहां जा रहे हो बच्चों ने बताया कि छुट्टी हो गई है।यह सब देखकर  प्रभारी दौड़ते हुए आए और बच्चों को लौटा कर स्कूल ले गए। हमारेव सवाल जवाब करने के बाद  बहाना बनाने लगे कि हम कार्य कर रहे थे बच्चे बाहर आए थे छुट्टी नहीं हुई है।

 

                               

 

शिक्षक नहीं मानते बात
प्रभारी से सहायक अध्यापक सुषमा एवं अतिथि शिक्षक मोनिका जादौन का समय से पहले स्कूल से चले जाने का कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि  वह प्रतिदिन 3:15 बजे चली जाती हैं। यहाँ तक की प्रभारी ने आरोप लगाया कि वे इनकी बात भी नहीं मानती हैं। श्री धाकड़ का कहना है कि उन्होंने इसकी  मौखिक शिकायत बीआरसी लटेरी को की है लेकिन उनके द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की गई।

इनका क्या कहना
जब सीआरसी राधेश्याम नामदेव से इस मामले में बात की गई तो उन्होंने बताया प्रभारी हमें लिखित में दे जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

 

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