सिंधिया बोले कलेक्टर-एसपी भी समझ लें, स्वास्थ्य मंत्री के ऑर्डर के बिना मिलावटखोरी का बंद नहीं होगा कोई केस
ग्वालियर: मध्यप्रदेश में बीते महीनों से मिलावटखोर के ऊपर कार्रवाई की जा रही हैं। प्रदेश में अब तक कई जगहों पर छापेमार कार्यवाई भी की जा चुकी हैं। बता दे कि त्योहार को देखते हुए अब लगभग सभी जगहों से हर चीज़ के नमूने लिए जा रहा हैं। जिन्हे जांच के लिए भेजा जा रहा हैं। हालही में दूध की कई डेरीयों से सैंपल लिए गए थे। जिसमें कई जगहों पर मिलावटी दूध भी पाया गया।
अब इन मिलावटखोर को लेकर प्रशासन भी सख्त हो गया हैं। इसी बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का इन मिलावटखोर को लेकर बड़ा बयान सामने आया हैं। कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मिलावटखोरी के मुद्दे को गंभीरता से लिया हैं। बता दे कि सिंधिया मेहरा गांव में राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने मिलावटखोर को लेकर बड़ा बयान दिया।
सिंधिया ने कहा कि कलेक्टर-एसपी भी समझ लें कि मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, इस तरह की बातें न करें। मिलावटखोर हो तो सीधे जेल भेजें। उन्होंने आगे कहा कि मिलावटखोर के यहां छापा तो पड़ता है और सैंपल भी लिया जाता है, लेकिन बाद में माल छोड़ दिया जाता हैं। छापा पड़ने के बाद माल छोड़ने की कहानी समझ से परे हैं मंत्री जी। अब ये स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट की जिम्मेदारी है कि इनके ऑर्डर के बिना किसी भी मिलावटखोर का केस बंद नहीं होगा।
गौरतलब है कि इस कार्यक्रम स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट भी शामिल हुए। सिंधिया ने इनकी इजाज़त बिना कोई भी केस बंद ना करने का अनुरोध किया हैं। वहीं, दूसरी तरफ स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया कि इंदौर,जबलपुर और ग्वालियर में लैब खोली जा रही हैं।