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2.6 बिलियन डॉलर में नौसेना के लिए एंटी सबमरीन के डील को CCS से मिली मंजूरी

2.6 बिलियन डॉलर में नौसेना के लिए एंटी सबमरीन के डील को CCS से मिली मंजूरी
अमरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जल्द ही अपनी पत्नी के साथ भारत दौरे में आ रहे है और उनके आऩे से पहले अमेरिका के साथ देश ने एक अहम डील की है जो भारतीय नौसेना के लिए बहुत लाभदायक साबित होगा। जी हां, बता दें कि भारत ने अमेरिका से नौसेना के लिए 24 मल्टीरोल हेलीकॉप्टर, रोमियो खरीदने का फैसला किया है. बुधवार को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी यानि कि सीसीएस ने 2.6 बिलियन डॉलर की इस डील को मंजूरी दे दी. अमेरिकी कंपनी, लॉकहीड मार्टिन द्वारा तैयार ये 'एमएच60आर' हेलीकॉप्टर एंटी-सबमरीन और एंटी-सर्फेस (शिप) वॉरफेयर के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
क्या खासियत है इन हेलीकॉपटर्स की
- इन रोमियो हेलीकॉप्टर्स को समंदर में सर्च एंड रेस्कयू ऑपरेशन में भी इस्तेमाल किया जाता है.
- भारतीय नौसेना को इन एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर्स की बेहद जरूरत थी. क्योंकि नौसेना के एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर्स, सीकिंग काफी पुराने पड़ चुके हैं.
- ये सीकिंग हेलीकॉप्टर एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनात हैं.
- बेहद ही एडवांस ये अमेरिकी रोमियो हेलीकॉप्टर हैलफायर मिसाइल, रॉकेट और टॉरपीडो से लैस हैं और जरूरत पड़ने पर समंदर मे कई सौ मीटर नीचे दुश्मन की पनडुब्बी को तबाह कर सकते हैं.
- हिंद महासागर में जिस तरह लगातार चीन और पाकिस्तान की पनडुब्बियां भारत के लिए चुनौती बनती जा रही हैं उससे निपटने के लिए भारत को इन रोमियो एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर्स से खासी मदद मिलेगी.