BJP सांसद ने किया 600 करोड़ का घोटाला, क्या कहेंगे Modi-Shivraj?
BJP सांसद ने किया 600 करोड़ का घोटाला, क्या कहेंगे Modi Shivraj?
- कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई FIR
- घोटाले में कई और अधिकारियों के नाम
- रतलाम भाजपा सांसद गुमान सिंह डामोर पर लगा 600 करोड़ का घोटाला
अलीराजपुर/पीयूष परमार:- सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का
यह बात चरितार्थ होती है आज देश तमाम नेताओं पर क्योंकि उनकी ठनक ऐसी होती है कि वह कितना भी बड़ा भ्रष्टाचार कर लें लेकिन कोई भी उनको छू तक नहीं सकता,उनको कोई कुछ कह भी नहीं सकता।
ऐसा ही एक और घोटाला मध्यप्रदेश राज्य में उजागर हुआ है जहां पर भारतीय जनता पार्टी के रतलाम सांसद गुमान सिंह डामोर ने किया 600 करोड़ रुपए का घोटाला.
इस घोटाले को साल 2015 में पत्रकार धर्मेंद्र शुक्ला ने उजागर किया और वे पहुंच गए हाई कोर्ट. और पूरे पांच साल बाद जिला अलीराजपुर कोर्ट के आदेश पर सांसद गुमान सिंह डामोर पर एफ आई आर दर्ज करने का आदेश हुआ है.
दर्ज हुई FIR कलेक्टर भी फंसे
न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद पुलिस ने सांसद गुमानसिंह डामोर और अलीराजपुर कलेक्टर गणेशशंकर मिश्रा समेत पीएचई के कार्यपालन यंत्री डीएल सूर्यवंशी, सुधीरकुमार सक्सेना और अन्य अधिकारियों-नेताओं के खिलाफ धारा धारा 197, 217. 269 403 406 , 409 एवं 420 के तहत एफआईआर दर्ज किया है। इस समय रतलाम सांसद गुमान सिंह डामोर इस समय इंदौर में हैं।
पत्रकार ने किया खुलासा
पत्रकार धर्मेंद्र शुक्ला के सुबूतों के आधार पर सांसद डामोर और तत्कालीन अलीराजपुर कलेक्टर समेत कई अधिकारियों पर केस दर्ज किया गया है.
बात तब की है जब सांसद डामोर अधिकारी थे उस वक्त अलीराजपुर और झाबुआ जिला में फ्लोरोसिस नियंत्रण एवं पाइप सप्लाई मटेरियल खरीदी और अन्य कई योजनाओं के लिए सामान की खरीदी होनी थी। तत्कालिन कार्यपालन यंत्री और आज रतलाम सांसद गुमान सिंह डामोर ने इस दौरान करोड़ों रुपये के बिल पास किए थे। डामोर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए अधिकारियों की मिलीभगत से विभिन्न योजनाओं में के नाम पर 600 करोड़ रुपए का घोटाला कर देते हैं,नौकरी से रिटायर्ड होने के डामोर बाद में भाजपा से सांसद बने।
अब जानिए आखिर कैसे हुआ इतने बड़े घोटाले का पर्दाफाश
जब पत्रकार धर्मेंद्र शुक्ला ने दस्तावेजों के आधार पर फ्लोरोसिस नियंत्रण और पाइप सप्लाई मटेरियल की खरीदी के नाम पर ना तो क्षेत्र में किसी भी प्रकार का कोई कार्यक्रम दिखा ना ही किसी प्रकार के हैंडपंप दिखे। सिर्फ और सिर्फ अधिकारियों ने कागजी कार्रवाई के नाम पर 600 करोड़ रुपए का पैसा डकार लिया।
शिवराज सरकार पर सवाल?
तो अब देखते हैं कि क्या भाजपा सरकार अपने ही सांसद के ऊपर लगे आरोप की सही तरीक़े से जांच में सहयोग करती है?
क्या मामा शिवराज सांसद डामोर के खिलाफ पार्टी स्तर पर कोई कार्रवाई करते है या नहीं?