ये कैसा फरमान! क्या वाक़ई आयुर्वेद डॉक्टरों से सर्जरी कराना होगा सही,या होगा मरीजों के साथ खिलवाड़
ये कैसा फरमान! क्या वाक़ई आयुर्वेद डॉक्टरों से सर्जरी कराना होगा सही,या होगा मरीजों के साथ खिलवाड़
केंद्र सरकार का बड़ा फैसला
आयुर्वेद डॉक्टर कर सकेंगे सर्जरी
नई दिल्ली/गरिमा श्रीवास्तव :- देश में सर्जरी को लेकर बढ़ती परेशानियों और कमियों को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है.
आयुर्वेद के स्टूडेंट्स को भी सर्जरी के बारे में पढ़ाया जाता था लेकिन वह सर्जरी कर सकते हैं इसे लेकर कोई भी गाइडलाइन जारी नहीं की. भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद ने अब आयुर्वेद डॉक्टर को भी जनरल सर्जरी करने की अनुमति दी है..
बता दें कि अब आयुर्वेद के पीजी छात्रों को नाक कान गले के साथ ही जनरल सर्जरी के विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा…
क्या यह मरीजों के लिए होगा फायदेमंद, या सर्जरी के नाम पर किया जाएगा खिलवाड़:-.
अब ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि जो आयुर्वेद के स्टूडेंट्स सिर्फ जनरल सर्जरी के बारे में पढ़ाई करते हैं वह किसी के नाक कान गले की सर्जरी कैसे कर सकते हैं..
आखिर किस तरह से सरकार यह तय कर चुकी है कि आयुर्वेद के डॉक्टर सर्जरी करने में कारगार साबित होंगे.
ऐसे में जिन स्टूडेंट्स ने एमबीबीएस और एमएस किया है उनपर इस फैसले से क्या प्रभाव पड़ सकता है…
MBBS और MS के डॉक्टर्स वो डॉक्टर होते हैं जिन्हे सर्जरी में स्पेशलाइज़ेशन होती है। शुरुआत से लेकर यह सर्जरी के बारे में पूरी पढाई करते हैं। ऐसे में अब सर्जरी की कमियों को पूरी करने के लिए सरकार डॉक्टर्स की ज्यादा से ज्यादा भर्ती को छोड़कर उस तरफ बढ़ रही है जिधर मरीजों को कहीं न कही डर बन सकता है। केंद्र सरकार के इस फैसले से सर्जरी कराने वाले मरीज के जहन में एक बार ये बात ज़रूर आ सकती कि जो डॉक्टर उनका सर्जरी करने वाला है क्या वह Surgery Specialised है या फिर आयुर्वेद का डॉक्टर जिसे जनरल सर्जरी के बारे में पढ़ाया जायेगा??
अक्सर, एमएस या एमडी कोर्स 3 वर्ष में पूरा हो जाता है लेकिन, किसी मास्टर स्पेशलाइजेशन कोर्स के लिए कैंडिडेट को एमएस या एमडी कोर्स पूरा करने के बाद 2 वर्ष और लगाने पड़ते हैं.
Mbbs Allopathy की एक Medical Degree है। Bams आयुर्वेद में एक Medical Degree है।
दोनों ही डॉक्टर्स की अपने अपने क्षेत्रों में महत्ता है। पर जनता जानना चाहती है कि क्या वाक़ई आयुर्वेद के डॉक्टरों से सर्जरी कराना उचित है?अगर सरकार हवाला दे रही है कि सर्जरी में कमी आई है तो नई भर्ती क्यों नहीं निकाल रही है।
डिग्री हासिल करने के बाद भी कितनी छात्र ऐसे हैं जो नौकरी से महरूम रह जा रहे हैं।