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होशंगाबाद : जीआरपी पुलिस ने बर्बरतापूर्वक शव को रखा खुले में ?

होशंगाबाद : जीआरपी पुलिस ने बर्बरतापूर्वक शव को रखा खुले में ?

14 घंटे पड़ा रहा चबूतरे में शव

चूहे ने रात भर में कुतर डाली शव की आंख

 

भोपाल/( होशंगाबाद)राजकमल पांडे। मध्यप्रदेश के बडे स्टेशनों में इटारसी स्टेशन जहां रोजाना लगभग 170 से 175 ट्रेनों की आवाजाही है। भारतीय रेल सरकार जनताओं को सुविधा देने के नाम पर टिकट किराया और प्लेटफार्म टिकट के दाम तो बकायदा वसूलती है, पर यात्री को यात्रा से लेकर स्टेशन प्लेटफार्म तक किस कदर मस्कत्त करने पडती हैं, वह किसी से छिपा नही है। ऐसा ही एक मामला होशंगाबाद स्टेशन से आ रहा है। जहाँ एक शव की सुरक्षा पर किस कदर जीआरपी पुलिस ने पल्ला झाडते हुए 14 घंटे शव को खुले सेट में फेंक दिया जिसके परिणामस्वरूप रात भर में चूहे ने शव की एक आंख ही कुतर डाली।

कर्नाटक एक्सप्रेस से आ रहा था मृतक

मृतक कर्नाटक एक्सप्रेस आ रहा था जहां रास्ते पर ही उसकी मौत हो गई। जिस कारण से मृतक का शव रास्ते पर ही यानि होशंगाबाद स्टेशन पर उतार दिया गया। शव की रखवाली का जिम्मा जीआरपी पुलिस का था, अपितु पुलिस शव को सुरक्षित जगह पर न रखकर बाहर खुले सेट में फेंक दिया।

जीआरपीएफ पुलिस उक्त मामले से झाड रही पल्ला

उक्त मामले पर मीडिया ने जीआरपी से बात की तो बताया गया कि हमारे पास शव को रखने का इंतजाम नही था, इसी वजह से शव को एक सेट के नीचे रखवाया था। रेलवे पुलिस ने कहा कि कोरोना गाईड लाइन के मुताबिक शव के पास रहना सम्भव नही था।

रेलवे में होती है मचुरी व फ्रीजर की सुविधा

रेलवे सरकार यात्रियों को अपने कायदे कानून से चलने का निर्देश तो प्लेटफार्म में एलाउंस करके देती है पर बात जब खुद नियम कायदे कानून का पालन करने का होता है। ऐसे तमाम मामलों से पल्ला झाडते हुए मामले का ठंडे बस्ते में डाल देते हैं। रेलवे में होती है मचुरी व फ्रीजर की सुविधा पर उसका उपयोग नही किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार पता चला है कि इटारसी रेलवे स्टेशन में रोजाना 5 या 6 शव रेलवे पुलिस को मिलते ही है। रेलवे सरकार की इसी लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण जितेन्द्र की आंख को चूहे खा जाने जैसा ही है।

 

फिलहाल शव की पहचान आगरा से चौबीस किलो मीटर दूर बरहन नगताल जितेन्द्र सिंह धाकडे के रूप् में हुई है। जितेन्द्र सिंह बैगलूरू हाईवे निर्माण करने वाली कंपनी में सुपरवाईजर के रुप में कार्यरत था। जितेन्द्र की मौत कब और कैसे हुई यह स्पष्ट नही हो पाया है, जीआरपी पुलिस ने शव का पोस्टमार्डम करवाकर परिजनों को शव सौंप दिया है।

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