आखिर राज्यपाल ने ऐसा क्या कह डाला जिससे कमलनाथ ने कहा कि आपका पत्र पढ़कर बेहद दुखी हूं
भोपाल / गरिमा श्रीवास्तव :- कल राज्यपाल ने सीएम को पत्र लिखकर यह कहा था कि वह कल यानी 17 मार्च को फ्लोर टेस्ट के जरिए अपना बहुमत साबित करें अगर वह ऐसा नहीं कर पाए तो मैं यह मान लूंगा कि सरकार वाकई अल्पमत में है जिसके बाद आज कमलनाथ ने राज्यपाल को पत्र लिखा है। कमलनाथ ने पत्र में कोरोना का और फ्लोर टेस्ट का ज़िक्र किया है।
सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) में जो आज सुनवाई होनी थी उसका भी ज़िक्र पत्र में किया गया है। सीएम कमलनाथ ने यह बात साफ करते हुए कहा कि 40 साल के जीवन में मैं हमेशा मर्यादा में रहा। और यह भी कहा कि मैं आपके पत्र से बहुत दुखी हूं। मुझ पर संसदीय मर्यादा न निभाने का जो आरोप लगाया गया है उससे मुझे अपार दुःख हुआ है।
राज्यपाल ने सीएम कमलनाथ को पत्र में लिखते हुए यह कहा था कि यह खेद की बात है कि आपने मेरे द्वारा आपको दी गई समय अवधि में अपना बहुमत सिद्ध करने की बजाय यह पत्र लिखकर विश्वास मत प्राप्त करने एवं विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने में अपनी असमर्थता/आनाकानी की है और यही वजह है जिसका जवाब सीएम कमलनाथ ने दिया है।
सीएम कमलनाथ ने कहा कि मेरा राजनैतिक अनुभव काफी लंबा रहा और ना ही मेरी ऐसी मंशा रही की मैं कभी किसी मर्यादा को ठेस पहुंचाऊं। यदि आपको लगा है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं। कमलनाथ ने कहा कि मैं संसदीय गरिमा को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता था।
लगातार मध्य प्रदेश के सियासी घटनाक्रम में तब्दीलियां दिखाई दे रही है अब आगे आगे देखना है कि इस महासंग्राम में और क्या क्या होना है।