द कश्मीर फाइल्स बीजेपी का सेट एजेंडा, लोगों के बीच नफरत पैदा करने के उद्देश्य से बनाई गई फिल्म: पीसी शर्मा
द कश्मीर फाइल्स बीजेपी का सेट एजेंडा, लोगों के बीच नफरत पैदा करने के उद्देश्य से बनाई गई फिल्म: पीसी शर्मा
भोपाल:- फिल्म द कश्मीर फाइल्स जबसे रिलीज हुई है तब से सत्ता के गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है एक तरफ जहां सत्ता पक्ष के नेता यह बात कहते हैं कि गांव गांव में ये फिल्म दिखानी चाहिए तो वहीं विपक्षी दल के नेता इस फिल्म को लेकर लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री व विधायक दिग्गज नेता पीसी शर्मा ने इस फिल्म को देखने के बाद अपनी प्रतिक्रिया मीडिया के सामने रखी.
पीसी शर्मा ने कहा कि मैं समझता हूं इस फिल्म में कुछ सीन ऐसे हैं जिसकी आवश्यकता नहीं थी फिल्म को ऐसे सीन के साथ नफरत फैलाने की भाव से बनाया गया है. इसमें जहां एक तरफ दिखाया गया कि कश्मीर का नेता क्यों मारा गया तो वहीं दूसरी तरफ जवाब में यह दिखाया गया कि वह आर एस एस का नेता था. इस तरह से इस फिल्म को महिमामंडित किया गया है. पीसी शर्मा ने इसे बीजेपी का सेट एजेंडा बताया. उन्होंने कहा दिसंबर 1989 और 1990 की शुरुआत में आतंकवादियों ने जिस तरह से मारपीट की थी उस वजह से कश्मीरी पंडितों को पलायन करना पड़ा था. उस समय केंद्र में बीजेपी की सरकार थी. वीपी सिंह सत्ता में थे. जगमोहन राज्यपाल थे नरेंद्र मोदी बीजेपी के प्रभारी थे. फिल्म में यह बात साफ बताई गई है कि केंद्र में फोन किया जाता था लेकिन फोन उठाये नहीं जाते थे.
इसके बाद विपक्षी दल के नेता राजीव गांधी ने संसद में सवाल खड़े किए थे तब जाकर वहां सेना भेजी गई थी. इन 32 सालों में 16 साल तक बीजेपी की सरकार रही थी लेकिन इनकी सरकार में आखिर क्या किया गया. 8 साल से नरेंद्र मोदी की सरकार है लेकिन क्या कश्मीरी पंडितों को वहां शिफ्ट किया गया?
पूर्व मंत्री ने इस फिल्म को लेकर जमकर बीजेपी का घेराव किया है. लगातार राजनैतिक गलियारों में यह फिल्म चर्चा में बनी हुई है.