पानीपत के डायरेक्टर नहीं पी पा रहे हैं चैन से पानी
जयपुर : बॉलीवुड फिल्म 'पानीपत' (Panipat) अपने विवादित सीन को लेकर काफी चर्चा में रही है।पानीपत के इस डायलॉग ने 'मैंने सुना है पेशवा जब अकेले मुहिम पर जाते हैं तो एक मस्तानी साथ ले आते हैं ” काफी हड़कंप मचा दिया है। पानीपत के फिल्म डायरेक्टर आशुतोष गोवारिकर (Ashutosh Gowariker) ने राज्य सरकार को फिल्म से विवादित सीन हटाने पर सहमति दी है । फिल्म से सीन हटाकर फिल्म सेंसर बोर्ड को भेजी जाएगी इसके बाद राजस्थान के सिनेमाघरों में इसका प्रदर्शन होगा । मंगलवार देर रात जाट महासभा और करणी सेना के पदाधिकारियों ने फिल्म का स्पेशल शो देखा और इसके बाद विरोध जारी रखने की बात कही थी।
राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील ने कहा था कि 'पानीपत फिल्म के प्रोडक्शन हाउस से मिले जवाब में कोई दम नहीं है. उन्होंने हमारी मांगों पर कोई जवाब नहीं दिया है और उनके जवाब के आधार पर फिल्म नहीं चल सकती'. उन्होंने कहा कि फिल्म के शुरूआती पांच मिनट तो बिल्कुल देखने लायक नहीं हैं।
मंगलवार को राजस्थान फिल्म ट्रेड एंड प्रोमोशन काउंसिल के महासचिव राज बंसल ने कहा कि “आधे से अधिक सिनेमाघरों में इस फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया गया है। ”
जानकारी तो यह भी मिली है कि आधे से ज्यादा सिनेमाघरों में नहीं हल पाई है पानीपत फिल्म। पानीपत को सारे सिनेमाघरों के परदे से हटा दिया गया है।