राजस्थान और छत्तीसगढ़ तो दे रहे तुम काहे नहीं दे रहे
- माखनलाल में छात्रों ने माँगा अपना अधिकार
- माखनलाल से लिए सारे छत्रों के हस्ताक्षर
Bhopal :- एमपी पीएससी की परीक्षा प्रणाली अब पत्रकारिता के छात्रों के लिए समस्या बन गयी है। हालांकि सरकार द्वारा पत्रकारिता के छात्रों को रिजर्वेशन देने का आदेश हो गया है, लेकिन मध्य प्रदेश में अभी ये आदेश लागू ही नहीं हुआ। आपको बता दें कि,इसी क्रम में आज माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के छात्रों ने पीएससी के एग्जाम में पत्रकारिता के छात्रों के लिए प्री और मेंस की परीक्षा देने पर विरोध किया है। इसके लिए छात्रों ने आज यूनिवर्सिटी कैम्पस में हर कक्षा में जाकर सभी छात्रों से अपने-अपने हक़ के लिए जागरूक होने को कहाँ और साथ ही उन्होनें हर उस विद्यार्थी के हस्ताक्षर लिए, जो उनकी बातों से सहमत था और लिए गए सारे हस्ताक्षर और छात्रों के नाम कार्यवाही के लिए जनसंपर्क के सीपीआर पि नरहरि को भेजी गई। ताकि सारे छात्रों को उनका हक़ मिल सकें ।
हम आपको बता दें की ये सारा कार्यक्रम विश्वविद्यालय के ही पूर्व छात्र सुचित तिवारी के नेतृत्व में किया गया था। एक तरीके से बोला जाए तो छात्रों में इस विषय को लेकर सुचित तिवारी ने ही हलचल पैदा करी थी। वहीँ माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के छात्रों का इस बारें में यह कहना है, कि अभी छत्तीसगढ़ और राजस्थान में स्टेट लेवल पर हुई परीक्षा में पत्रकारिता के छात्रों को एक सुनहरा अवसर मिला है, कि वो रिजर्वेशन के द्वारा एक परीक्षा उत्तीर्ण करके सीधे इंटरव्यू में बैठ सकते हैं, लेकिन अभी मध्य प्रदेश में ऐसा कोई आदेश नहीं हुआ है जबकि सरकार से अनुमति मिल चुकी है। तो फिर देर किस बात की और आप सरकार की बात को अमली जामा पहनाने से क्यों कतरा रहें हैं।