भोपाल मनुआभान टेकरी में मासूम के रेप और मर्डर केस में ग़लत लड़कों को पुलिस ने भेजा जेल, सागर फॉरेंसिक लैब पर नही किया भरोसा
भोपाल मनुआभान टेकरी में मासूम के रेप और मर्डर केस में ग़लत लड़कों को पुलिस ने भेजा जेल, सागर फॉरेंसिक लैब पर नही किया भरोसा
भोपाल के मनुआभान टेकरी पर एक आठवीं क्लास की लड़की के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले में भोपाल पुलिस मनमानी करती हुई नजर आ रही है बता दें कि, भोपाल पुलिस ने निर्दोष लोगो को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है और पुलिस इस बात को गलत मानने के लिए तैयार ही नही है। मध्य प्रदेश के सागर फॉरेंसिक लैब (जिसकी रिपोर्ट के बेस पर पिछले डेढ़ साल में 29 लोगों को सजा-ए-मौत दी गई) की डीएनए रिपोर्ट बता रही है लड़की का रेप और हत्या किसी और ने की है। भोपाल पुलिस अब तक उसका पता नहीं लगा पाई है। मासूम बच्ची के हत्यारे खुले घूम रहे हैं। DNA रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इनके ब्लड और सीमन का छात्रा के शरीर से लिए गए सेंपल से मिलान नहीं हुआ है। छात्रा के शरीर में आरोपियों के बजाए किसी दूसरे के सीमन पाए गए। आरटीआई से मिली जानकारी में खुलासा हुआ कि दोनों ही डीएनए रिपोर्ट का मिलान नहीं हुआ और रिपोर्ट निगेटिव आई।
सागर फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट पर पुलिस को भरोसा नही
निगेटिव रिपोर्ट आते ही अफसरों ने रिपोर्ट को दबा दिया। 21 अगस्त 2019 को भोपाल पुलिस ने आरोपी एवं मृत छात्रा के सैंपल हैदराबाद फॉरेंसिक लैब भेजे परंतु हैदराबाद फॉरेंसिक लैब में वेटिंग ज्यादा होने के कारण सैंपल दिल्ली फॉरेंसिक लैब भेज दिए गए। भोपाल पुलिस अब दिल्ली से मनचाही रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। कुल मिलाकर भोपाल पुलिस सागर फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट को गलत मान रही है। यहां बता दें कि 2018 से लेकर मई 2019 तक इसी फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट के आधार पर 29 लोगों को सजा-ए-मौत दी जा चुकी है।