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दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन का दावा- आने वाले समय मे कम होंगे कोरोना के मामले

 

दिल्ली/आयुषी जैन : देश मे कोरोना का कहर थमने के नाम नही ले रहा है । पूरे देश मे लगातार मामले बढ़ते जा रहे है । राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है । हालांकि दिल्ली में रिकवरी रेट भी बहुत अच्छा है । दिल्ली में अब तक कोरोना ने लगभग 2 लाख मामले सामने आ चुके है जिसमे में 1लाख 70 हज़ार ठीक भी हो चुके है । पिछले 24 घंटे में भी कोरोना के 4000 से अधिक मामले सामने आए है । 

इन्ही सब के बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने दावा किया है कि दिल्ली में आने वाले समय मे कोरोना के मामले कम होंगे और टेस्टिंग को बढ़ाने से जल्द से जल्द हम कोरोना को हराने में सफलता प्राप्त कर सकते है । 

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि बुधवार को दिल्ली में कोरोना के 4039 केस आए थे. जबकि बुधवार को ही 54,517 टेस्ट हुए, जो आंकड़ों के लिहाज से एक दिन में अब तक का सबसे अधिक टेस्ट है. उन्होंने कहा कि जब से इकोनॉमी ओपन-अप हुई है, हमने एग्रेसिव तरीके से टेस्टिंग शुरू की है. हमने दिल्ली में हर दिन 40 हज़ार टेस्ट का टारगेट रखा था. अब एक दिन में 50 हजार से ज्यादा टेस्ट कर रहे हैं. 

सत्येंद्र जैन ने कहा कि ज्यादा टेस्टिंग करने का मकसद यह है कि जितने भी पॉजिटिव लोग हैं, उनकी तुरंत पहचान हो, ताकि वे आगे अन्य लोगों को संक्रमित न कर सकें. हो सकता है 10-15 दिन और लगे, लेकिन यह स्ट्रेटजी बिल्कुल काम करेगी और आने वाले दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या कम होगी । 

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने प्लाज़्मा थेरेपी पर कहा कि ICU में तीन स्टेज होते हैं. यह बात हम पहले से कह रहे हैं कि तीसरी स्टेज में जाने के बाद प्लाज्मा थेरेपी देने का कोई फायदा नहीं है. लेकिन पहली और दूसरी स्टेज में इसका फायदा है. आईसीएमआर ने यह नहीं कहा कि प्लाज्मा थेरेपी से फायदा नहीं हो रहा, वो कह रहे हैं कि अगर कोई मरीज वेंटिलेटर पर चला गया है तब इसका फायदा नहीं होगा । 

प्लाज्मा थेरेपी दिल्ली में आगे भी बड़े पैमाने पर होगी वाले सवाल के जवाब में सत्येंदर जैन ने कहा कि मुझे समझ नहीं आया कि इसमें कमी क्या है? वह या तो यह कहते हैं कि यह गलत है. यह थेरेपी कोई नई नहीं है, 100 साल पहले से चल रही है. प्लाज्मा थेरेपी बहुत सारी बीमारियों के अंदर दिया जाता है और इसके अंदर भी इस्तेमाल किया जा रहा है, क्योंकि कोरोना का कोई स्पेसिफिक ट्रीटमेंट नहीं है कि इस दवाई के खाने से यह ठीक हो जाएगा. प्लाज्मा का कॉन्सेप्ट यह है कि उसके अंदर एंटीबॉडीज होती हैं, आपके शरीर में अगर कम बन रही हैं तो आपको उससे फायदा मिल जाता है.

दिल्ली में अभी तक कितने लोगों को प्लाज्मा दिया जा चुका है? इस सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि इसको लेकर कोई एक्चुअल आंकड़ा मेरे पास नहीं है, लेकिन अब तक एक हजार से ज्यादा लोग इसका फायदा उठा चुके हैं. जिन लोगों को प्लाज्मा दिया गया उनमें से ज्यादातर की जान बच गई.

बुधवार को हुई रिव्यू मीटिंग पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि डॉक्टर और मेडिकल सुपरिटेंडेंट से सुझाव लिया गया है कि किस तरह कोरोना को आगे बढ़ने से रोका जाए और किस तरह इसका मैनेजमेंट ठीक किया जाए. इसमें महत्वपूर्ण बात यह कि आईसीयू बेड्स को बढ़ाये जाने पर विचार किया गया है ।

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