मप्र पंचायत चुनाव : 3 चरणों में कराने की तैयारी, राज्य निर्वाचन आयोग ने कसी कमर, आज होगी बैठक
भोपाल : लंबे समय से अटके पंचायत चुनाव नवंबर-दिसंबर में कराए जा सकते हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव 3 चरणों में कराने की तैयारी की है। पहले चरण में सात हजार 527, दूसरा चरण में 7,571 और तीसरे चरण में 8,814 पंचायतों के चुनाव कराए जा सकते हैं।
बताया जा रहा है कि ग्राम पंचायत और जनपद पंचायत के आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। पंचायत सदस्यों का चुनाव ईवीएम से और सरपंचों का बैलेट पेपर से होंगे। प्रदेश में 23 हजार से ज्यादा पंचायतों के साथ 313 जनपद और 52 जिला पंचायतों के चुनाव कराए जाने हैं।
मिली जानकारी के अनुसार जिला और जनपद के चुनाव EVM के माध्यम से होंगे, जबकि सरपंच और पंच का चुनाव मतपत्र के माध्यम से होगा। यह चुनाव एक जनवरी 2020 की वोटर लिस्ट के आधार पर कराया जाएगा।
कहा जा रहा है कि राज्य निर्वाचन आयोग ने अपने स्तर पर चुनाव की तैयारी कर ली है। वहीं, शासन स्तर पर भी चुनाव से संबंधित तैयारियां हो चुकी हैं। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में एक दौर की बैठक भी हो चुकी है। अब इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसी के मद्देनजर जिलों में मैदानी तैयारियों को लेकर राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह आज इसकी समीक्षा करेंगे।
आयोग के सूत्रों ने बताया कि वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग जरिए होने वाली बैठक में आयुक्त, कलेक्टरों से वोटर लिस्ट, EVM की उपलब्धता, मतदान केंद्र, चुनाव में लगने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों की पहचान और ट्रेनिंग आदि के विषय में जानकारी लेंगे।
वहीं, अब सिर्फ जिला पंचायत अध्यक्ष पद का आरक्षण होना बाकी है, जो दीपावली के बाद नंवबर के दूसरे सप्ताह में किया जा सकता है।