कोरोना संक्रमण के मामले में वुहान बन चुके इंदौर का गुनाहगार शिवराज सरकार के अलावा और कोई नहीं है:- मप्र कांग्रेस
इंदौर / गरिमा श्रीवास्तव:- इंदौर की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती ही जा रही है. इंदौर में किए जा रहे टेस्ट की रिपोर्ट 15 -15 दिन बाद आ रही है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजनीति ने पूरे प्रदेश की स्थिति चौपट कर दी. एक तरफ कांग्रेस जहां अपनी सरकार बचाने में व्यस्त थी तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा सरकार बनाने में व्यस्त थी. तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट मोबाइल करके बेंगलुरु में राजनीति का परचम लहराने में मस्त रहे. तो फिर वहीं केंद्र सरकार ने लॉक डाउन की घोषणा कर दी. ऐसे में स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती ही चली गई. इंदौर (Indore) में शुरुआत में पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को लेकर बहुत लापरवाही बरती जिसका परिणाम आज पूरा प्रदेश भुगत रहा है.
पर अब भी राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही हैं. नेता मंत्री लगातार एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते नजर आ रहे हैं. मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से एक बार फिर से प्रदेश की इस स्थिति पर शिवराज सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
जानिए ट्वीट में क्या लिखा:-
इंदौर को सरकारी अव्यवस्था ने मारा,
—टेस्ट रिपोर्ट ही नहीं आई, इलाज क्या होता :
कोरोना संक्रमण के मामले में वुहान बन चुके इंदौर का गुनहगार शिवराज सरकार के अलावा और कोई नहीं है।
1500 संक्रमितों के साथ कोरोना का कारखाना बन चुके शहर में टेस्ट रिपोर्ट आने में 15-15 दिन लग रहे हैं।
https://twitter.com/INCMP/status/1255428883152809984?s=19
एक तरफ प्रदेश की दशा बुरी है तो दूसरी तरफ राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. जबकि इस वक्त चाहिए कि सभी एक दूसरे का मिलकर साथ दें और महामारी से लड़े. पर यहां तो सब आपस में ही लड़ने को तैयार है.
सोमवार को इंदौर में जो 126 रिपोर्ट आई वह 14 – 15 दिन पुराने सैंपल्स की रिपोर्ट थी. अब इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग कितना सचेत है.