दोहरी ज़िम्मेदारी से मुक्त होंगे "CM Kamalnath", अब ये होंगे नए "PCC Chief

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से सीएम कमलनाथ दो बड़ी और अहम ज़िम्मेदारी निभाते हुए आए हैं। एक मुख्यमंत्री की और दूसरी प्रदेश अध्यक्ष की। लेकिन अब उनको एक ज़िम्मेदारी से राहत मिलने के असर दिखाई दे रहे हैं। दरअसल लंबे समय से कांग्रेस अपने नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश में है, लेकिन गुटबाज़ी के चलते उसको अब तक नया प्रदेश अध्यक्ष नहीं मिला हैं।
अब खबर है कि प्रदेश कांग्रेस को अगले 15 दिन में नया अध्यक्ष मिल जाएगा। ऐसा अनुमान है कि नगरीय निकाय चुनाव से पहले पार्टी नये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर देगी। जानकारी के अनुसार प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव और निगम मंडल में राजनैतिक नियुक्तियों से पहले अब पीसीसी चीफ के नाम पर मुहर लगना तय माना जा रहा हैं।
बता दे कि सत्ता और संगठन में समन्वय और घोषणा पत्र पर अमल के लिए पार्टी की दो कमेटियों के गठन के बाद अब नये पीसीसी चीफ को लेकर सुगबुगाहट तेज़ हो गई हैं।
दरअसल, बीते दिनों भोपाल आए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने संकेत दिए थे कि पीसीसी चीफ के नाम को लेकर एआईसीसी और पीसीसी के बीच का गतिरोध खत्म हो गया हैं। अब पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी इसका फैसला करेंगी। वहीं प्रदेश के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भी बाबरिया की बात को माना है और कहा है कि पार्टी ने चार से पांच नाम का पैनल बनाने पर मंथन शुरू कर दिया हैं। अगले पंद्रह दिन में नये पीसीसी चीफ के नाम का ऐलान हो जाएगा।
यदि पंद्रह दिनों में कांग्रेस को नया पीसीसी चीफ मिल जाता है तो दोहरी जिम्मेदारी संभाल रहे कमलनाथ एक जिम्मेदारी से मु्क्त हो जाएंगे।