सीबीडीटी की जांच में भोपाल और इंदौर के टैक्स इंस्पेक्टर भ्रष्टाचार के आरोप में नपे
भोपाल-इंदौर / विवेक पांडेय – केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड यानी कि सीबीडीटी ने आयकर विभाग में कार्यरत देशभर के 21 भ्रष्ट अफसरों पर कार्यवाही करते हुए उन्हें जबरदस्ती रिटायरमेंट का फरमान सुनाया हैं।
इसी कड़ी में क्रमशः भोपाल और इंदौर में पदस्थ इंस्पेक्टर भी शामिल है, जिनका नाम है भोपाल के आरसी गुप्ता और इंदौर के अजय विरेह।
दरअसल आरसी गुप्ता के खिलाफ भोपाल के ही 1 टायर कारोबारी ने जून 2017 में सीबीआई को एक शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें कारोबारी ने कहा था कि उनके खाते में गुप्ता ने उन्हें इस पर पेनल्टी लगाने और अतिरिक्त पैसा उड़ने का डर देते हुए 50000 की रिश्वत मांगी थी। बता दें कि यह मामला अभी भी ट्रायल पर चल रहा हैं।
तो वहीं इंदौर के आयकर विभाग के टैक्स इंस्पेक्टर एवं वर्तमान में उज्जैन में पदस्थ अजय विरेह पर एक करदाता से 900000 रिश्वत के तौर पर मांगने का आरोप हैं। और इस मामले में वह जेल में भी जा चुके हैं। आपको बता दें कि अजय विरेह फिलहाल उज्जैन में पदस्थ हैं। एवं इन पर भ्रष्टाचार का आरोप तब लगा था जब वह इंदौर में पदस्थ थे।
गौरतलब है कि सीबीडीटी द्वारा अब तक 85 भ्रष्ट अधिकारियों को उनके भ्रष्ट आचरण के आरोप में हटाया जा चुका हैं।
सरकार ने जिन भ्रष्ट अधिकारियों को जबरन रिटायर किया हैं। यह सभी अधिकारी मानक ग्रुप डी स्तर के इनकम टैक्स ऑफिसर हैं। जिनको कि उनके भ्रष्ट आचरण की वजह से जबरदस्ती रिटायर किया जा रहा हैं। सरकार द्वारा किए जा रहे इस उल्लेखनीय कार्य का परिणाम आने वाले समय में दिखेगा।
हालांकि सरकार के भ्रष्ट अधिकारियों पर इस तरह की कार्यवाही से अन्य अधिकारी भी सबक लेंगे और जनहित के कार्य में स्वयं को तत्पर करने के लिए प्रस्तुत करेंगे एवं रिश्वत मांगने व भ्रष्टाचार करने से भी डरेंगे।