मंत्री जीतू पटवारी ने बापू के विचारों पर खूब चर्चा की किन्तु अतिथि विद्वानों के न्याय पर बोलने से बचे

भोपाल / गरिमा श्रीवास्तव :– आज जीतू पटवारी ने मीडिया से ख़ास चर्चा करते हुए गाँधी जी पर ख़ास बात की। जामिया मामले पर चर्चा करते हुए पटवारी ने कहा कि यह बहुत दुखद है कि महात्मा गाँधी जैसे महान व्यक्तित्व के पुण्यतिथि पर फिर से एक गोडसे उत्पन्न हो गया। देश के लिए यह बहुत ही चिंतनीय है कि आये दिन में हिंसा बढ़ती जा रही है। लोग आपस में ही एक दूसरे से लड़ रहे हैं। हिंसा कर रहे हैं।
गोडसे जो कि राष्ट्रपिता का हत्यारा था समय बदलते ही उसकी विचारधारा को जीने वाले लोगों ने उसे राष्ट्रभक्त कह दिया। यह किस प्रकार की विचारधारा को साबित करता है ?
प्रधानमंत्री से अपील करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि इस देश में स्पष्ट रूप से यह बताया जाए कि गाँधी के हत्यारे राष्ट्रभक्त थे या गाँधी राष्ट्रभक्त थे ?
अगर गाँधी को राष्ट्रभक्त कहा जा रहा है तो उन लोगों पर केस दर्ज़ किया जाये जो गोडसे के विचारधारा को अपना रहे हैं।
नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए पटवारी ने कहा कि जो भी कार्यकर्ता चाहे वह किसी भी पार्टी के हों उनपर केस करें। साथ ही साथ पटवारी ने बताया कि जो जो लोग गाँधी के हत्यारे को महिमामंडित करते हैं उन्हें जवाब देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने एक नया नियम लागू किया है इस नियम के तहत हर कॉलेजों में गाँधी जी के मूर्ती की स्थापना की जाएगी।
इसका यह उद्देश्य है की महात्मा गाँधी ने देश के प्रति जो समर्पण किया है उसे सभी छात्र छात्रों को अवगत कराया जाए।
जीतू पटवारी ने महात्मा गाँधी पर चर्चा तो कर ली पर राजधानी में 53 दिन से हड़ताल पर बैठे लोगों पर कोई नज़र नहीं दौड़ा रहे हैं।