SIdhi : लॉकडाउन के वजह से यह लोग पाई-पाई को परेशान
Sidhi से संवाददाता गौरव सिंह कि रिपोर्ट
वैवाहिक आयोजनों का यह सीजन है लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण का साया इस पर भी मंडरा रहा है। लॉकडाउन की वजह से हर तरह के कार्यक्रमों पर रोक लगाई गई है। शहर में रह रहे हजारों की संख्या में ऐसे लोग जिनके रोजगार और कारोबार का यह अहम समय होता है। उनके लिए संकट की घड़ी है।
रीवा शहर इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि यह स्वयं बड़ा शहर होने के साथ ही ग्रामीण हिस्से के बड़े क्षेत्र का सेंटर भी है। संभाग भर के लोग यहां से वैवाहिक कार्यक्रम करते हैं। इतना ही नहीं सीमा क्षेत्र से जुड़े उत्तर प्रदेश के लोग भी यहां से आकर कार्यक्रम करते हैं। अप्रेल और मई में हर दिन करीब 50 की संख्या में विवाह कार्यक्रम होने का अनुमान था। कपड़ा, ज्वेलरी, टेंट, किराना, हलवाई, बैंड बाजा से लेकर अन्य में हर दिन रीवा शहर में करीब पांच करोड़ रुपए से अधिक की राशि हर दिन खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसलिए माना जा रहा है कि वैवाहिक आयोजनों के बंद होने से उक्त राशि का कारोबार हर दिन बाधित रहता है।
कई शुभ मुहुर्त में होते हैं अधिक कार्यक्रम
पंडित अरुण शुक्ला बताते हैं कि 14 अप्रेल से लगातार वैवाहिक मुहुर्त हैं। २५ अप्रेल को अक्षय तृतीया की वजह से पूरे शहर में करीब सैकड़ा भर विवाह होने की संभावना थी। इसके बाद एक से आठ मई तक और उसके बाद भी लगातार मुहुर्त हैं। शुक्ला का कहना है कि कोरोना संक्रमण की वजह से अब बरसात बाद ही अधिकांश विवाह कराने के लिए लोग तैयारी कर रहे हैं। स्थितियां सामान्य होने के बाद भी आगे के कई महीने तक लोग बड़े कार्यक्रम नहीं करना चाहते हैं। – इन पर पड़ा है सबसे अधिक असर 1-बारातघर- रीवा शहर में 82 बारातघर हैं, वैवाहिक सीजनों के समय आधे से अधिक हर दिन बुकिंग में रहते थे।