मध्यप्रदेश भारत का दिल है, या Rape Capital ?
मध्यप्रदेश भारत का दिल है, या Rape Capital ?
- वैसे तो मध्यप्रदेश भारत का दिल मन जाता है लेकिन बीते कुछ सालों में ये देश का रेप कैपिटल( Rape Capital) भी बन चूका है। आपको बता दें कि
- मध्यप्रदेश में ना सिर्फ महिलाओं बल्कि बच्चो के साथ भी रेप के कई मामले सामने आये है, जिसमे से कुछ मामलों में तो आज भी पीड़िताओं को इंसाफ नसीब नहीं हुआ है, और कुछ बदनामी के डर से दबा दिए जाते हैं।
आंकड़ों पर नज़र डालें तो प्रदेश में हर रोज करीब 15 महिलाओँ के साथ दुष्कर्म किया जाता है। नेशनल क्राइम ब्यूरो(http://ncrb.gov.in/ncrb.gov.in › indexHindi
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की ट्रैक रिपोर्ट के अनुसार,
- 2015 में 4,391
- 2016 में 4,882
- 2017 में 5,301
के साथ मध्य प्रदेश में बलात्कार के मामले में पहले स्थान पर है और ये तो सिर्फ बालिग महिलाओं के साथ हुए बलात्कार की गिनती थी।
दुष्कर्मियों ने इस मामले में बच्चों को भी नहीं छोड़ा, ऐन.सी.बी की POSCO यानि की Protection of children from sexual offence के तहत जारी रिपोर्ट में
2015 में 4,624
2016 में 4,717
2017 में 1,569 मामले दर्ज है।
आखिर कहाँ जा रहा है हमारा समाज और कहाँ है हमारी कानून व्यवस्था,
2012 के निर्भया केस के बाद करोड़ो रुपये महिलाओ और बच्चों की सुरक्षा में खर्च किया गया लेकिन क्या इसका कोई सार्थक परिणाम निकला, जहाँ इन मामलों में कमी की आशंका जताई जा रही थी वही इनमे और इज़ाफ़ा होता नज़र आ रहा है। जबलपुर में नाबालिक की सत्तर बार चाकू गोदकर हत्या कर देना इसका एक बहुत बड़ा उदहारण है।