वन नहीं, राजस्व वन क्षेत्र में हुआ आयरन ओर का अवैध उत्खनन
वन नहीं, राजस्व वन क्षेत्र में हुआ आयरन ओर का अवैध उत्खनन
चन्नोटा और महगवां गांव पहुंचा वन विभाग का अमला : प्रारंभिक जांच में अवैध खदानों से दो से तीन किलोमीटर दूर निकला वन क्षेत्र
द लोकनीति डेस्क भोपाल
मझौली तहसील के चन्नोटा और सिहोरा तहसील के महंगवा गांव की सरकारी जमीन पर आयरन ओर के अवैध उत्खनन को लेकर मंगलवार को डीएफओ के निर्देश पर वन विभाग की टीम जांच के लिए पहुंची। जांच के दौरान टीम ने पाया जिस जगह पर आयरन ओर का अवैध खनन हुआ है।
वह वन क्षेत्र नहीं है बल्कि राजस्व वन क्षेत्र। जांच के बाद वन विभाग का अमला इसकी रिपोर्ट डीएफओ जबलपुर को भेजेगी।
एसडीओ वन सिहोरा मुकेश पटेल ने बताया कि लगातार यह बात सामने आ रही थी कि चन्नोटा और महगवां गांव में आयरन और का अवैध उत्खनन वन क्षेत्र में हुआ है। डीएफओ रविंद्र मणि त्रिपाठी के निर्देश पर जांच के लिए रेंजर सिहोरा अरविंद अहिरवार, परिक्षेत्र सहायक अतरिया रवि शंकर उपाध्याय, फॉरेस्ट गार्ड मडई संदीप पटेल, बीट गार्ड इंद्राना संदेश ठाकुर की टीम जांच के लिए मौके पर पहुंची। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि चन्नोटा जहां पर आयरन और का अवैध उत्खनन हुआ है वहां से वन विभाग का क्षेत्र तीन किलोमीटर दूर है। वही महगवां गांव से वन क्षेत्र की दूरी करीब एक किलोमीटर है। नाप जोख के बाद जांच रिपोर्ट डीएफओ जबलपुर को भेज दी जाएगी।
पहाड़ को काट दिया नीचे से आयरन और के लिए : जानकारी के मुताबिक चन्नोटा में आयरन ओर का अवैध उत्खनन करने वालों ने पहाड़ को नीचे से काटकर करीब 20 से 30 फुट गहरी खाई बना डाली है। जगह-जगह ऐसी खाई में जेसीबी के निशान इस बात को बता रहे हैं कि कितने बड़े पैमाने पर आयरन ओर की चोरी यहां पर हुई है। कुछ ऐसी ही स्थिति महगवां क्षेत्र की है यहां भी आयरन ओर का जमकर अवैध उत्खनन हुआ है।
रिपोर्ट में पता चलेगा किस ग्रेड का है आयरन ओर : चन्नोटा और महगांव गांव में शासकीय भूमि पर कितने एरिया में अवैध उत्खनन हुआ है इसका आंकलन माइनिंग विभाग ने कर तो लिया है लेकिन खुद आ गया आयरन ओर किस ग्रेड का है इसकी जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि आयरन किस ग्रेड का है। उसी के आधार पर अवैध उत्खनकर्ताओं पर जुर्माना ठोका जाएगा।