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अहंकार से भरी हुई है लीडरशिप, पार्टी पूरी तरह से हो चुकी निष्क्रिय, ग्रुप 23 में शामिल इस नेता ने बोला आलाकमान पर हमला

नई दिल्ली : हालही में दिग्गज कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने खुलकर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से पद छोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि अब गांधी परिवार को कांग्रेस नेतृत्व का भार छोड़ देना चाहिए और किसी दूसरे नेता को इसका दायित्व दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का जिस तरह पतन हो रहा है, वह मुझसे देखा नहीं जा रहा है, मैं अंतिम सांस तक सबकी कांग्रेस के लिए संघर्ष करता रहूंगा। 

कपिल सिब्बल के बाद अब कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने उनके इस बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल ने सही बोला है। संदीप दीक्षित ने गांधी परिवार पर हमला बोलते हुए कहा कि एक जमाना था जब इनके नाम पर वोट मिलते थे, आज जमाना बदल गया। पार्टी किसी मामले पर गंभीर नही है। कोई जवाबदेही लेने के लिए तैयार नहीं है। ये डीटीसी बस टाइप की कमिटी बनाई गई है, न कोई चर्चा होती है न कोई संवाद होता है। 

संदीप दीक्षित ने कहा, कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से निष्क्रिय हो चुकी है। पार्टी में कोई फैसले नही होते हैं। एक के बाद एक चुनाव हारने के बाद भी कांग्रेस पर कोई फर्क नहीं पड़ता। संदीप दीक्षित ने कहा, चिंतन शिविर और सीडब्ल्यूसी सिर्फ दिखावा है इसमें कुछ नही होता है। लीडरशिप अहंकार से भरा हुई है। 

बता दे कि संदीप दीक्षित भी ग्रुप 23 नेताओं में शामिल हैं। 

इससे पहले कपिल सिब्बल ने कहा था कि पार्टी नेतृत्व कोयल की धरती (यानी उन्हें लगता है कि सब कुछ ठीक है,वास्तविकता से उनका वास्ता नहीं होना) में जी रही हैं। 8 सालों से पार्टी के लगातार पतन के बावजूद भी वह नहीं चेत रहे हैं तो यह कांग्रेस के लिए दुर्भाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से ऐसे लोगों का पलायन हुआ है जिन्हें नेतृत्व का भरोसा था। 

गौरतलब है कि 2020 में कांग्रेस में सुधार की मांग के साथ ग्रुप 23 नेताओं की एक टोली बनी थी। अब इस ग्रुप के नेता खुलकर नेतृत्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इन सभी मुद्दों पर कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शामिल कपिल सिब्बल (Kapil Sibbal) के बाद अब संदीप दीक्षित का दर्द छलक गया है, हलांकि उनका कोई सुनने वाला नहीं है।

 

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