कमलनाथ लौटेंगे दिल्ली? मप्र में "दिग्गी राजा" का बढ़ेगा कद!! चर्चाओं का बाज़ार गर्म
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – प्रदेश कांगेस अध्यक्ष कमलनाथ भी बीते दिनों छिंदवाड़ा में राजनीति से सन्यास लेने के संकेत दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि जब तक छिंदवाड़ा की जनता चाहेगी वे राजनीति में रहेंगे। वैसे वे काफी काम कर चुके हैं। अब आराम करना चाहते हैं। कमलनाथ ने कहा था कि उन्हें पद की लालसा नहीं है और उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में बहुत कुछ हासिल किया हैं।
इसके अलावा कमलनाथ के दिल्ली लौटने के कयास लगाय जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि आला कमान उन्हें दिल्ली संगठन की बड़ी भूमिका देने की तैयारी में हैं। दरअसल, मोतीलाल वोरा और अहमद पटेल के निधन के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व में खालीपन आ गया हैं। ऐसे में संगठन के शीर्ष नेतृत्व को किसी दिग्गज नेता की जरूरत हैं। और कमलनाथ का नाम खुलकर सामने आ रहा हैं। ऐसे में इस बात की अटकलें तेज़ है कि कमलनाथ मप्र की राजनीति छोड़कर दिल्ली लौट सकते हैं।
इसी बीच AICC ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए दिल्ली में 3 जनवरी को कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक बुलाई हैं। इस बैठक में कमलनाथ भी मौजूद रहेंगे। इस बैठक में अगले एक महीने में पार्टी के अध्यक्ष सहित कार्यसमिति के 12 सदस्यों के चुनाव कराने पर फैसला होना हैं। ऐसा माना जा रहा है कि सोनिया गांधी की मौजूदगी में इसी बैठक में कमलनाथ की भूमिका भी तय हो जायेगी कि वो मध्यप्रदेश में ही रहेंगे या दिल्ली वापस लौट जायेंगे।
यदि कमलनाथ दिल्ली जाते है अथवा उनकी दोहरी भूमिका मध्यप्रदेश में सिमटती है तो एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को अपनी भूमिका मजबूत करने का मौका मिल जाएगा।
बता दे कि अभी कमलनाथ प्रदेशाध्यक्ष के साथ नेता प्रतिपक्ष के पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वे प्रदेश अध्यक्ष का पद अपने पास रखेंगे। लेकिन खबर है कि वो अब नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ेंगे। सूत्रों के अनुसार कमलनाथ ने नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ने के बारे में राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को बता दिया हैं। अब फैसला सोनिया गांधी को लेना हैं।
हालांकि, दिल्ली जाने की अटकलों पर कमलनाथ ने कहा कि मैं मध्य प्रदेश से हिलूंगा तक नहीं। बहरहाल, कांग्रेस हाईकमान ही कमलनाथ की भूमिका तय करेगा।