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डॉक्टर बनना है तो पढ़ना होगा संघ के हेडगेवार और दीनदयाल का पाठ, MP सरकार ने जारी किया फरमान

  • अब MBBS के छात्र पढ़ेंगे RSS के विचार
  • मेडिकल छात्रों के फाउंडेशन कोर्स में इसे इसी सत्र से बतौर लेक्चर जोड़ा
  • MP ऐसा करने वाला होगा पहला राज्य
  • मंत्री विश्वास सारंग बोले, डॉक्टरी की पढ़ाई में एथिक्स ज़रूरी

भोपाल : मध्यप्रदेश में एमबीबीएस के छात्रों को अब आरएसएस के विचार पढ़ाए जाएंगे। इसके लिए जिन विचारकों को चुना गया है उनमें आयुर्वेद विषारद के रूप में विख्यात महर्षि चरक, सर्जरी के पितामह आचार्य सुश्रुत के साथ, स्वामी विवेकानंद, आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार, जनसंघ के संस्थापक पं. दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. भीमराव आंबेडकर शामिल हैं। खास बात ये है कि मप्र ऐसा करने वाला पहला राज्य होगा। राज्य में करीब 2000 अंडर ग्रेजुएट छात्रा एमबीबीएस में हर साल एडमिशन लेते हैं।

दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार मेडिकल छात्रों के फाउंडेशन कोर्स में इसे इसी सत्र से बतौर लेक्चर जोड़ा जा रहा है। इसमें छात्रों के बौद्धिक विकास के लिए देश के विचारकों के सिद्धांत और वैल्यू बेस्ड मेडिकल एजुकेशन को शामिल किया जाएगा। बता दे कि एमबीबीएस का कोर्स नेशनल मेडिकल काउंसिल तय करती है। काउंसिल हर कोर्स के टॉपिक बताती है लेकिन उस टॉपिक में क्या लेक्चर होगा ये राज्य का मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट तय कर सकता है। जो नए लेक्चर जोड़े गए हैं वो ‘मेडिकल एथिक्स’ टॉपिक का हिस्सा हैं। ये टॉपिक फाउंडेशन कोर्स में पढ़ाया जाता है।

 

 

वहीं, इस मामले में चिकत्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि डॉक्टरी की पढ़ाई में एथिक्स का पाठ पढाना ज़रूरी है। डॉक्टर्स में वेल्यूस होनी चाहिए, डॉक्टर हेडगेवार देश को समर्पित थे, आजादी में अहम योगदान दिया था। उन्होंने बताया कि अरविंद चरक, स्वामी विवेकानंद, दीनदयाल उपाध्याय, बीआर अम्बेडकर का पाठ भी बढ़ाया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जब भी महापुरूषों को महिमामण्डित करने को आगे बढाने की बात होती है तो कांग्रेस को तकलीफ होती है। 

इस से पहले मंत्री विश्वास सारंग ने 25 फरवरी को इसके लिए बाकायदा एक नोटशीट विभाग के अफसरों को भेजी थी। सुझाव मांगने पांंच सदस्यों की कमेटी बनाई गई थी। उन्हीं सुझावों के आधार पर विचारों के सिद्वांत, जीवन दर्शन के महत्व वाले लेक्चर को फाउंडेशन कोर्स में पढ़ाए जाने के लिए शामिल किया गया है। ये लेक्चर फाउंडेशन कोर्स के मेडिकल एथिक्स टॉपिक का हिस्सा होंगे।

दरअसल, राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग की भारतीय चिकित्सा परिषद के तय किए हुए ‘फाउंडेशन कोर्स फॉर अंडर ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन प्रोग्राम 2019 के तहत एमबीबीएस पाठ्यक्रम के फर्स्ट ईयर के मेडिकल के छात्रों के लिए फाउंडेशन कोर्स के मॉड्यूल्स बनाए गए हैं। फाउंडेशन कोर्स में इस शिक्षा सत्र से पहली बार सरकार विचारकों के तौर पर आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और जनसंघ के संस्थापक पं. दीनदयाल उपाध्याय को शामिल करेगी।

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