अगर सरकार ने नहीं पूरी की ये मांग, तो फिर बंद होगा बसों का संचालन
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – 22 मार्च से कोरोना की वजह एवं लॉक डाउन कर कारण बसें पूरी तरह से बंद हो गई थी। इसके बाद 4 सितंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साढ़े पांच महीने का बसों का टैक्स माफ किया था। वहीं, 5 सितंबर से बसों का संचालन शुरू हुआ था।
लेकिन इसी बीच एक बार फिर बस संचालकों ने बसों के संचालन को बंद करने की मांग को तेज़ कर दिया हैं। यदि बसों का संचालन बंद होता है तो इस से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता हैं।
दरअसल, कोरोना के चलते यात्री नहीं मिल रहे हैं। जिसके कारण बस संचालकों को करीब 6 हज़ार रुपए का घाटा हर रोज़ हो रहा हैं। इसके अलावा डीजल, बसों के टायर पार्ट्स के बढ़ते दामों ने भी संचालकों की कमर तोड़ दी हैं।
मध्यप्रदेश प्राइवेट बस एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा का कहना है कि यदि 15 अक्टूबर तक बसों का किराया नहीं बढ़ाया गया तो वह राजधानी सहित प्रदेश के अन्य जिलों में बसों का संचालन बंद कर देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार से लगातार मांग के बावजूद सरकार हमारी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही हैं।
जबकि, इससे पहले संचालकों ने कहा था कि उन्हें 20 फीसद से ज्यादा यात्री नहीं मिल रहे हैं। जिस वजह से उन्हें रोजाना लाखो का नुकसान हो रहा हैं।