अब तक 53, फिर हुआ ASHOK KHEMKA का तबादला
- महाराष्ट्र के सियासी घमासान पर किया था ट्वीट
- तबादले के बाद ट्वीट में लिखा- ईमानदारी का ईनाम जलालत
देश के ईमानदार अधिकारियों में से एक आईएएस अशोक खेमका का एक बार फिर से तबादला हुआ है. उनके तबादलों की गिनती अब 53 का आँकड़ा छू चुकी है. उन्होंने हाल ही में महाराष्ट्र के सियासी घमासान पर एक ट्वीट किया था.
आईएएस अशोक खेमका ने 24 नवम्बर को ट्वीट कर लिखा था-
महाराष्ट्र में चारों पार्टियां लोगों की सेवा का मौका चाह रही। इतना पैसा लगाया इसी मौके के लिए। जब इतनी प्रतिद्वंदिता जनसेवा का अवसर प्राप्त करने के लिए हो, तो देश की तरक्की भला क्यों न हो।
महाराष्ट्र में चारों पार्टियां लोगों की सेवा का मौका चाह रही। इतना पैसा लगाया इसी मौके के लिए। जब इतनी प्रतिद्वंदिता जनसेवा का अवसर प्राप्त करने के लिए हो, तो देश की तरक्की भला क्यों न हो।
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) November 24, 2019
आज फिर से उन्होंने एक ट्वीट किया-
विधायकों की खरीद फरोख्त, उन्हें बंधक बनाना सभी जनसेवा के लिए की जाती है। जनसेवा जैसा सुअवसर छोड़ा नहीं जाता, वंचित रहने से हृदय में पीड़ा जो होती है।
होने दो, खूब द्वंद होने दो। साझेदारी में तो मिल-बाँट कर जनसेवा की जाएगी।
विधायकों की खरीद फरोख्त, उन्हें बंधक बनाना सभी जनसेवा के लिए की जाती है। जनसेवा जैसा सुअवसर छोड़ा नहीं जाता, वंचित रहने से हृदय में पीड़ा जो होती है।
होने दो, खूब द्वंद होने दो। साझेदारी में तो मिल-बाँट कर जनसेवा की जाएगी।— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) November 27, 2019
तबादला होने के बाद अशोक खेमका ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा-
फिर तबादला। लौट कर फिर वहीं।
कल संविधान दिवस मनाया गया। आज सर्वोच्च न्यायालय के आदेश एवं नियमों को एक बार और तोड़ा गया। कुछ प्रसन्न होंगे।
अंतिम ठिकाने जो लगा। ईमानदारी का ईनाम जलालत।
फिर तबादला। लौट कर फिर वहीं।
कल संविधान दिवस मनाया गया। आज सर्वोच्च न्यायालय के आदेश एवं नियमों को एक बार और तोड़ा गया। कुछ प्रसन्न होंगे।
अंतिम ठिकाने जो लगा। ईमानदारी का ईनाम जलालत।— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) November 27, 2019