भोपाल:- अस्पताल और श्मशान दोनों के हालात बुरे, जलती चिताएं उठा रही हैं सरकार के झूठ से पर्दा
भोपाल:- अस्पताल और श्मशान दोनों के हालात बुरे, श्मशान घाट उठा रहे सरकार के झूठ से पर्दा
भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव:-राजधानी भोपाल में कल पूरे मध्यप्रदेश से सबसे ज्यादा संक्रमित मामले सामने आए.
अस्पताल और श्मशान दोनों के हालात बुरे हों चुके हैं.भदभदा विश्राम घाट में शुक्रवार को 81 मृतकों का अंतिम संस्कार हुआ.
जिसमे से 69 कोरोना देह थीं। इन 69 कोरोना देहो में 46 भोपाल की और 23 बाहर की थी.
स्थिति बेहद भयावह होती जा रही है यह मंजर इतना खौफनाक है कि रूह कांप उठती है.
राजधानी भोपाल में रिकॉर्ड टूटा 1 दिन में 118 लाशें जली.
कोरोना से होने वाली मौत के आंकड़ों को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि सरकार किसी भी तरीके के आंकड़ों को छुपाने का काम नहीं कर रही है. जिन लोगों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है उन्हें संदिग्ध मरीज माना गया है.
16 अप्रैल को एक दिन में 118 शवों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया. यह अभी तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इसने पिछले साल और दूसरी लहर में अभी तक मौत के सभी रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है. इस मौत के आंकड़े से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना संक्रमण कितनी तेजी से फेल रहा है. हालांकि सरकारी आंकड़ों में सिर्फ छह लोगों की मौत का जिक्र है. शहर में 15 अप्रैल को 112 शवों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार हुआ था.