मप्र :- पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की शिवराज को खरी-खरी
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भोपाल से गरिमा श्रीवास्तव की रिपोर्ट :- मध्यप्रदेश में महामारी के दौरान भी राजनीति करने का नाम नहीं ले रही है एक तरफ जहां हाल ही में मुख्यमंत्री पद की शपथ लिए शिवराज सिंह चौहान का दावा करते हैं कि प्रदेश में लगातार महामारी के दौरान व्यवस्थाओं का ध्यान रखा जा रहा है. तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष लगातार सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रही है.
विपक्ष आए दिन मध्य प्रदेश सरकार पर तंज कसती नजर आ रही है.
इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया है:-
जानिए कमलनाथ ने ट्वीट में क्या कहा:-
कोरोना महामारी के संकट के इस दौर में प्रदेश के आज भी गरीबों को कामगारों को मरीजों को जरूरतमंदों को ठीक से राशन तक नहीं मिल पा रहा है.
जो सरकारी राशन मिलती रहा है वह बेहद ही निम्नस्तरीय क्वालिटी का है, ऐसी शिकायतें कई स्थानों से आ रही हैं.
पहले कुछ स्थानों पर निर्धारित मात्रा में कम आटा निकला. अब शिकायत आ रही है कि दिए गए चावल की क्वालिटी बेहद घटिया है. चावल से बदबू आ रही है. सरकार इस ओर ध्यान दें. गरीब जरूरतमंदों को लॉक डाउन की इस अवधि में अच्छी क्वालिटी का राशन तो उपलब्ध कराएं.
सरकार भले ही कितने दावे करेें प्रदेश में आज भी पीपीई किट, मास्क, ग्लव्स, सैनिटाइजर व अन्य संसाधनों का अभाव बना हुआ है. कई जिले में इसके अभाव में आज भी फील्ड में काम कर रहेे डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मी प्रतिदिन संक्रमित हो रहेे हैं.
आशा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कर्मी, मेडिकल स्टाफ, सुरक्षा संसाधनों के अभाव में फील्ड में अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना के सर्वे व बचाव का काम कर रहे हैं.
उज्जैन में डॉक्टर व स्टाफ ने संसाधनों की कमी को लेकर आक्रोश जताया है.
पता नहीं सरकार इस दिशा में ठोस कदम क्यों नहीं उठा रही है.
हम सरकार से रोज मांग कर रहे हैं कि फील्ड में काम कर रहे कर्मवीर योद्धाओं, को सुरक्षा के सारे आवश्यक संसाधन तत्काल उपलब्ध कराए जाएं. सरकार इसकी आपूर्ति सुनिश्चित करें.