महंगी हो गई खाने की थाली, अब इन चीजों की बढ़ गई कीमत
देशभर में लॉकडाउन(Lock down) किया गया है। कोविड-19 संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए किया है लॉकडाउन आम जनता के लिए संकट लेकर आया है। लॉकडाउन के कारण हुई महंगाई ने अब आम आदमी की चिंता बढ़ा दी है। IGIDR रिपोर्ट के अनुसार लॉकडाउन के 28 दिनों में कई दालों की कीमतें बढ़ गई हैं। पहले और बाद में दालों की कीमतों में 6% तक का इजाफा हो गया है। अब ज्यादातर खाने के तेल में भी 3.5 % की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके साथ ही रोजमर्रा में इस्तेमाल वाली सब्जियों के दाम भी काफी बढ़ गए हैं। आलू की कीमत 15% और टमाटर के भाव में 28 % तक का उछाल आ गया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार छोटे शहरों में कीमतें ज्यादा बढ़ी हैं। कुछ छोटे शहरों में तो रिटेल में खाद्य सामग्रियों की कीमत में 20 % तक इजाफा देखा गया है। लॉकडाउन में सबसे ज्यादा कीमत आवश्यक सामग्रियों की ही बढ़ी है। इसमें दाल, तेल के साथ ही खाने-पीने की सभी चीजें भी शामिल हैं। राजधानी दिल्ली में अरहर दाल की कीमत पूर्व में जहां 93 रुपए किलो थी वहीं लॉकडाउन के बाद इसके दाम 106 रुपए प्रति किलो हो गए हैं। इसके अलावा चने की दाल, मसूर दाल, मूंगफली तेल, सोया तेल, सरसो तेल की कीमतों में भी काफी इजाफा हो गया है।
ये वजह से हुआ ऐसा
लॉकडाउन के कारण से शहरी इलाकों में मार्केट अव्यवस्थित हो गए हैं। Financial Express की रिपोर्ट के अनुसार लॉकडाउन के दौरान ट्रांसपोर्टेशन को छूट के दिशा निर्देश थे बावजूद इसके उतनी छूट नहीं मिल पा रही है जितनी जरूरत है। IGIDR रिपोर्ट के अनुसार सर्वे में संकेत मिल रहे हैं कि लॉकडाउन में 11159 Workers में से 96% को सरकार से राशन नहीं मिल सका है। 72% कहते हैं कि राशन दो दिन में खत्म हो जाएगा वहीं 90% का कहना है कि उन्हें वेतन या मजदूरी नहीं मिली है।
वही मार्च में घटी थी महंगाई
पिछले साल के अनुसार इस साल मार्च के महीने में महंगाई कुछ घटी थी, लेकिन लॉकडाउन की वजह से महंगाई में फिर इजाफा हुआ है। नेशनल स्टेटिस्टिकल ऑर्गेनाइजेशन के जारी आंकड़ों के अनुसार खाने पीने की चीजों की महंगाई घटकर मार्च में 8.76% फीसदी रही जो फरवरी में 10.81% फीसदी थी।