क्या जबलपुर के बड़े भाजपा नेता अपने छोटे भाई को बनाना चाहते है खनन और शराब माफ़िया??

मध्यप्रदेश/जबलपुर –मध्यप्रदेश मे भाजपा सरकार बनने के बाद पूरे प्रदेश में शिवराज सरकार अवैध कामों एवं माफियाओ पर पूरी तरह से रोक लगाने में लगी है l लेकिन वही उन्ही के पार्टी के नेता जबलपुर शहर में अपने ही करीबियों को माफिया बनाने में लगे हुए है l
रेत का किंग बनने चली दनादन गोलियाँ
जबलपुर में कुछ दिनों पूर्व बरगी विधानसभा के क्षेत्र में रेत का माफिया बनने में दो गुटों में दना दन गोलिया चली जिसने पूरे जिले में एक बार फिर से माफियाओ की दस्तक होना और उनका ज़ोर दमखम को दिखा दिया है l हलाकि इस घटना के बाद प्रसाशन हरकत में तो आया लेकिन नेताओं की घंटी ने पुलिस प्रशासन की कार्यवाही को जैसे रोक सा दिया l सूत्री के मुताविक इस गोली कांड में भाजपा के एक बड़े नेता का नाम होना और अपने भाई को रेत माफिया बनाना बताया जा रहा है l
भाई को शराब माफिया भी बनाना चाहता है l
वही सूत्रों का कहना है की पूरे जिले में शराब ठेकेदारों के साथ अपनी शेयर नेतागिरी की दम पर दुकानों में डलवाकर अब शराब माफिया का ख़िताब भी शायद अपने भाई को दिलाने में पीछे नहीं होना चाहता है l अब देखने वाली बात यह है की इस तरह से माफिया बनाने के चक्कर मै और कितने बेगुनाह लोग गलत रास्ते में जायँगे और प्रसाशन इन पर कोई रोक लगा पाएगा की नेताओं की कठपुतली बन सिर्फ खबरों की हेडलाइन ही बनता रहेगा l
पूरा मामला :-
मध्यप्रदेश के जबलपुर से गुंडागर्दी का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह के बेटे गोलू सिंह ने अपने 60-70 समर्थकों के साथ गांव में तांडव मचाया। बताया जा रहा है कि घाटों पर रेत ठेके बंद होने के बावजूद बेलखेड़ा के कूड़ाकला गांव में चल रहे रेत खनन के विवाद में दो गुट रविवार रात आमने-सामने आ गए। विवाद इतना बढ़ गया की गोलू सिंह ने मारपीट करते हुए कई राउंड फायरिंग शुरू कर दी।
रेत खनन को लेकर हुआ विवाद
गांववालों का कहना है कि बेलखेड़ा-शहपुरा में रेत खनन को लेकर एक महीने से राजनीतिक वर्चस्व स्थापित करने की जोर-आजमाइश चल रही थी। गांववालों का कहना है कि पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह के बेटे गोलू सिंह और ग्रामीणों के बीच कई दिनों से टसल चल रही थी। जिसके बाद रविवार रात को गोलू ने अपने 60 से 70 समर्थकों के साथ गांव में हंगामा किया। गांववालों ने बताया कि 25 चारपहिया वाहनों ये समर्थक आए थे, जिनके पास बंदूक, रायफल, पिस्टल, लाठी-डंडे थे।
आक्रोशित गांववालों ने आरोपी को दबोचा, छीनी राइफल
गांववालों ने बताया की हालात बिगड़ जाने के बाद हमने पथराव किया। दो राइफल व पिस्टल छीन ली। एक आरोपी को ग्रामीणों ने दबोच लिया। विवाद की स्थानीय थाना प्रभारी, एसडीओपी से लेकर एएसपी व एसपी को दी गई। जिसके बाद एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा सहित 200 का पुलिस बल मौके पर पहुंचा।
आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगाई है क्राइम ब्रांच टीम
इधर, एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि कूड़ाकला गांव से लेकर बेलखेड़ा में पुलिस बल तैनात किया गया हैं। आरोपियों की धरपकड़ के लिए भी क्राइम ब्रांच सहित अन्य टीमें लगाई गई हैं। उन्होंने बताया कि रेत खनन को लेकर कई दिनों से विवाद की सुगबुगाहट थी। शहपुरा, बेलखेड़ा के थाना प्रभारियों के हटाए जाने के बाद से ही रेत माफिया हावी हो गए थे।
विवाद में कई लोग हुए घायल, केस दर्ज
एसपी बहुगुणा के अनुसार फायरिंग में कूड़ाकला गांव के आशीष सिंह के हाथ में गोली लगी हैं। इसके अलावा मारपीट में कई लोग घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि आरोपियों में गोलू सिंह, कमलेश भुर्रक, महेंद्र, मोनू टिनगुरिया सहित 60-70 लोगों के खिलाफ बलवा, हत्या के प्रयास सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कराया हैं।
ग्रामीणों का दावा 70 राउंड से अधिक हुई फायरिंग
ग्रामीणों का दावा है कि गोलू और समर्थकों ने 70 राउंड से अधिक फायर किए। गांव में जगह-जगह कारतूस और खोखे बिखरे थे। इस दौरान आरोपियों ने ग्रामीणों के ट्रैक्टर सहित कई वाहनों में तोडफ़ोड़ की।
मध्यप्रदेश में बढ़ा माफिया राज
बता दे कि मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद पुरे प्रदेश में शिवराज सरकार अवैध कामों एवं माफियाओ पर पूरी तरह से रोक लगाने में लगी हैं। लेकिन वही उन्ही के पार्टी के नेता जबलपुर शहर में अपने ही करीबीयों को माफिया बनाने में लगे हुए है l
रेत का किंग बनने चली दनादन गोलियाँ
जबलपुर में कुछ दिनों पूर्व बरगी विधानसभा के क्षेत्र मै रेत का माफिया बनने में दो गुटों मै दना दन गोलिया चली जिसने पुरे जिले मै एक बार फिर से माफियाओ की दस्तक होना और उनका ज़ोर दमखम को दिखा दिया हैं l हलाकि इस घटना के बाद प्रसाशन हरकत में तो आया लेकिन नेताओं की घंटी ने पुलिस प्रशासन की कार्यवाही को जैसे रोक सा दिया l सूत्री के मुताविक इस गोली कांड मै भाजपा के एक बड़े नेता का नाम होना और अपने भाई को रेत माफिया बनाना बताया जा रहा हैैं।
भाई को शराब माफिया भी बनाना चाहता है
वही सूत्रों का कहना है की पुरे जिले में शराब ठेकेदारों के साथ अपनी शेयर नेतागिरी की दम पर दुकानों में डलवाकर अब शराब माफिया का ख़िताब भी शायद अपने भाई को दिलाने में पीछे नहीं होना चाहता है l अब देखने वाली बात यह है की इस तरह से माफिया बनाने के चक्कर में और कितने बेगुनाह लोग गलत रास्ते में जायँगे और प्रसाशन इन पर कोई रोक लगा पाएगा की नेताओं की कटपुतली बन सिर्फ खबरों की हेडलाइन ही बनता रहेगा l