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कोरोना,कोरेक्स और नशा ,आख़िर कैसे बर्बाद हो रही युवा पीढ़ी पढ़े पूरी ख़बर 

कोरोना,कोरेक्स और नशा ,आख़िर कैसे बर्बाद हो रही युवा पीढ़ी पढ़े पूरी ख़बर 
द  लोकनीति डेस्क जबलपुर (सिहोरा)

सिहोरा तहसील के ग्रामीण क्षेत्र गोसलपुर में नवयुवकों में सी (कोरेक्स) शब्द का प्रचलन काफी बढ़ गया है, सी शब्द कोई अंजान शब्द नहीं है। यह एक दवा कोरेक्स सीरप का नाम है। जो खांसी जैसी बीमारी में काम आता है। जिसे पीने के आदी शहर के युवक हो गए हैं। कोरेक्स आज दवा दुकानों में आसानी से उपलब्ध हो जाता है। दवा दुकानदार इतना भी पूछने की जहमत नहीं उठाते हैं कि आप किस डॉक्टर से पर्ची लिखवाएं हैं। जबकि कुछ होटलों में अबैध रूप से कमाई के लालच में होटल और ढाबा संचालक धड़ल्ले से बेची जा रही है।
  गोसलपुर की नालियों में सार्वजनिक पेशाबघर और नगर के बाहर तलाब के किनारे पड़ी कोरेक्स की बोतलें इसका गवाह है। लोगों का कहना है कि कोरेक्स पीने से नशा आता है। कोरेक्स पीने से उसका साइड इफेक्ट इन पीने वालों को पता नहीं है और युवा पीढ़ी इस दलदल में फंसते चले जा रहे हैं। जबकि नगर की नई पीढ़ी के युवक इसका एडिक्ट होते जा रहे हैं। उन्हें खाने से अधिक चिंता कोरेक्स की बोतलें जुटाने की रहती है। बिना रोकथाम के कोरेक्स सिहोरा से लेकर गोसलपुर में बिकता रहा तो अधिकतर युवक इसके एडिक्ट हो जाऐंगे।

युवा वर्ग नशे की चपेट में  : कोरेक्स जैसे धीमा जहर के नशे की लत के शिकार युवाओं ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि कोरेक्स पीने से शरीर एक दम सुस्त हो जाता है और इसका सेवन करने से घर के लोग यह नही समझ पाते कि नशा किया हुआ है। जबकि शराब या अन्य नशे की मुंह से बदबू आने पर घर के लोग पहचान जाते हैं लेकिन कोरेक्स लेने पर कोई नही समझ पाता। एक युवा  ने यह भी बताया कि कोरेक्स की सीसी अंग्रेजी शराब से कम कीमत में आ जाती है लेकिन इसके सेवन करने के तुरंत बाद ही मीठा खाने या चाय पीने को जी मचलता है। एक नशेड़ी के पिता ने बताया कि इसका नशा करने वाले के कंपन होने लगता है और शांत होकर सनके रहते हैं । लेकिन कोई काम नही कर पाते और शरीर मे शून्यता आ जाती है। जबकि इसकी लत लगने के बाद इसके बिना नही रह सकते हैं और नींद भी नही आती बिना कोरेक्स के नशा किया बिना।

मेडिकल स्टोर्स से नही मिलती फिर भी हो रही सप्लाई  :  कोरेक्स की रोजाना की खपत जब दवा दुकान संचालक से पूछा गया तो उन्होंने यह बताया कि कोरेक्स का दुरुपयोग खोने की वजह से इसकी बिक्री प्रतिबन्धित है और यदि दवा दुकान वाला कोई देता है तो बिना डॉक्टर के पर्चे के बिना नही दी जाती है जबकि इसमे जब प्रतिबन्ध नही लगा था तब एक दिन में करीब 45 से 50 सीसी तक बिक्री हो जाती थी लेकिन अब पूर्णतः बन्द है।

 क्या कहते हैं चिकित्सक  : इस संबंध में डॉ. दीपक गायकवाड़ (स्वास्थ्य केंद्र गोसलपुर) ने बताया कि किसी भी चीज का एडिक्ट होने पर उसका साइड इफेक्ट है। इस दवा के अधिक सेवन से लीवर पर असर पड़ता है। इन्होंने बताया कि कोरेक्स दवा के रुप में उपयोग किया जाता है। अगर इसे लोग नशा के लिए उपयोग करते हैं तो हार्ट एवं लीवर पर भी इसका असर पड़ सकता है। जबकि हार्ट पेसेंट को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। 

कोरेक्स से ये है नुकसान  : जो लोग कोरेक्स सायरप को नशे के लिए उपयोग करते हैं और इसकी लत के आदि हो रहे हैं। उनके लिए कोरेक्स सायरप जानलेवा है , जो बिना चिकित्सक की सलाह के नही लेनी चाहिये। कोरेक्स का नशा करने वाले लोगों में हार्ट की बीमारी, मिर्गी आना, और लिवर कमजोर होने लगता है जिसके बाद इसका सेवन करने वाला युवक अनेक बीमारियों से ग्रसित हो कर सीधा मौत के मुंह मे जा रहा है।

इनका कहना
कोरेक्स का नशा के लिए सेवन करना जानलेवा ही जिसके उपयोग से अनेक बीमारियां होने लगती है जो खतरनाक है।
डॉ. दीपक गायकवाड़  बीएमओ , प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोसलपुर

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