कांग्रेस आलाकमान का बड़ा फैसला – म.प्र. के दिग्गजों में शामिल की गईं मीनाक्षी नटराजन ,निभाएंगी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
शैलजाकान्त मिश्रा की स्पेशल रिपोर्ट
कांग्रेस आलाकमान का बड़ा फैसला म.प्र. के दिग्गजों में शामिल की गईं मीनाक्षी नटराजन ,निभाएंगी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
- कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 4 राज्यों में समन्वयकों की सूची जारी की है।
- इसमें मध्यप्रदेश,राजस्थान ,छत्तीसगढ़ और पुदुचेरी शामिल है।
- इस सूची में कुल 7 सदस्य हैं
युवा नेतृत्व को दी गई तरजीह
दीपक बाबरिया के नेतृत्व वाली इस समिति में ज्यादातर युवाओं को तरजीह दी गई है साथ ही वरिष्ठों को सामंजस्य स्थापित करनें के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को शामिल किया गया है।
मध्यप्रदेश में समन्वय समिति में इनको मिला स्थान
मध्यप्रदेश में पार्टी संगठन और सरकार के बीच समन्वय स्थापित करनें के लिए कांग्रेस के इन नेताओं को इस सूची में स्थान दिया गया है।
- समन्वय समिति में जहां वर्तमान में प्रदेश के मुख्मंत्री कमलनाथ को शामिल किया गया है
- वहीं इस सूची में दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को भी स्थान दिया गया है।
- इस सूची में आलाकमान नें ज्योतिरादित्य सिंधिया को स्थान दिया है , जिनके कंधों पर कांग्रेस को मजबूत करनें की जिम्मेदारी होगी।
- वहीं इस सूची में प्रदेश के उच्च शिक्षामंत्री जीतू पटवारी को भी स्थान दिया गया है।
- और इस सूची में खंडवा से आने वाले वरिष्ठ नेता अरूण यादव भी इसमें शामिल है।
- और सबसे बड़ा और प्रदेश में अब जिसके कंधों पर पार्टी को मजबूत करनें एवं समरसता बनानें की जिम्मेदारी कांग्रेस हाईकमान ने जिसको सौंपी है वह हैं मीनाक्षी नटराजन।
कौन हैं मीनाक्षी नटराजन
मीनाक्षी नटराजन बिरलाग्राम , रतलाम की रहने वाली हैं। उन्होनें शिक्षा के क्षेत्र में एल.एल.बी और एम.एस.सी जैसी डिग्रियां होल्कर साइंस कॉलेज इंदौर जैसे संस्थानों से अर्जित की हैं। राजनीति के क्षेत्र में नटराजन 14 वीं लोकसभा में मध्यप्रदेश की मंदसौर संसदीय सीट से निर्वाचित हुईं थी।
- अब कांग्रेस हाई कमान नें उन पर भरोसा जताया है कि वह प्रदेश में संगठन और सरकार के बीच समन्वय का कार्य करेंगी।
- राहुल गांधी की करीबी और मंदसौर से पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन को में पार्टी के शीर्ष नेताओं में स्थान मिला है।
संगठन में रहा है लंबा अनुभव
- कांग्रेस नेता मीनाक्षी नटराजन की संगठन में अच्छी पैंठ है वह छात्र संगठन एनएसयूआई की 1999 से 2002 तक अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
- और 2002 से 2005 तक मध्यप्रदेश यूथ कांग्रेस की कमान भी संभाल चुकी हैं।
- 2008 में राहुल गांधी ने उन्हें AICC का सचिव बनाकर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी थी।
2009 में लड़ा चुनाव
- मध्यप्रदेश की मंदसौर सीट से मीनाक्षी नटराज ने चुनाव लड़ा और पहली ही बार में भाजपा के दिग्गज नेता लक्ष्मी नारायण पांण्डेय करारी शिकस्त दी।
- कांग्रेस के घोषणापत्र और पंचायती राज व्यवस्था को लेकर चल रहे संगठन के अभियान की वह सक्रिय सदस्य रही हैं।
भविष्य में निभा सकती हैं महत्वपूर्ण जिम्मेदारी - मीनाक्षी नटराजन का समन्वय समिति में शामिल होना यह संकेत देता है कि भविष्य में उन्हे राज्य में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है।