टला प्रदेशाध्यक्षों पर फैसला, अब अगले हफ्ते पर पहुंची बात, कौन बनेगा मप्र का नया प्रदेश अध्यक्ष तय नहीं
-
नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर मचा हुआ है घमासान
-
एक बार फिर पार्टी ने टाला ये मामला
-
अगले हफ्ते हो सकता है इसका फैसला
-
वचन पत्र के सभी वादों को किया जाए पूरा
-
पार्टी में बनाए रखे अनुशासन
कांग्रेस लंबे समय से मध्यप्रदेश के नए प्रदेश अध्यक्ष पर चर्चा कर रही है, लेकिन अब तक उस पद के लिए कांग्रेस किसी को नहीं ढूंढ सकी हैं। नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर घमासान मचा हुआ हैं। इसी बीच शुक्रवार को नई दिल्ली में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों तथा प्रदेशाध्यक्षों की बैठक बुलाई। इस बैठक में मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्रर सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और कुछ प्रमुख नेता मौजूद रहे।
इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष की नियुक्ति पर चर्चा की गई, लेकिन बाद में इस मामले को टाल दिया गया। अब खबर है कि इस बात पर अगले हफ्ते कोई फैसला लिया जा सकता हैं। पार्टी आलाकमान ने बैठक में इस बात के संकेत दिए हैं कि संगठन की मजबूती पर प्रदेश इकाइयां खास ध्यान दें। इसके चलते यह माना जा रहा है कि वे जल्द ही पार्टी के नए प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति के बारे में फैसला लेंगी। हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि शनिवार से श्राद्ध पक्ष शुरू हो गए हैं, इसलिए अब 15 दिन बाद ही प्रदेशाध्यक्ष पर कोई फैसला हो सकेगा।
बात दे कि इस बैठक में नए अध्यक्ष के नामों के अलावा पार्टी ने विधानसभा चुनाव में घोषाण पत्र में जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करने को कहा हैं। इसके साथ ही मध्यप्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के मामले को लेकर पार्टी आलाकमान ने खासी नाराजगी जताई हैं। और पार्टी में अनुशासन रखने की हिदायत दी हैं।