कांग्रेस के नेताओं को खरगोन के मुसलमानों ने दौड़ा दौड़ा कर भगाया : हितेश वाजपेयी

खरगोन : रामनवमीं पर हुए दंगों के बाद से खरगोन मेें कफ्र्यू लग गया था, जो बुधवार को पूर्ण रूप से खोला गया। कफ्र्यू खुलते ही गुरुवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल खरगोन पहुंच गया। जहां उन्हें जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ा, स्थानीय लोगों ने जब जमकर खरी-खोटी सुनाना शुरू की तो वे कुछ देर भी वहां नहीं रूक पाए, उन्हें लौटने को मजबूर होना पड़ा, कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को लगा कहीं ऐसा न हो कि ये लोग हम पर ही भड़क जाएं, ऐसे में उन्होंने वापस लौटना ही मुनासिब समझा।
वहीं, इस मामले में भाजपा प्रवक्ता हितेश वाजपेयी ने तंज कसा। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा की – कांग्रेस के नेताओं को खरगोन के मुसलमानों ने दौड़ा दौड़ा कर भगाया। पूछा- हमारे बच्चों को आतंकी बताओगे, हिंदुओं को उनसे लड़वा ओगे इसलिए कमलनाथजी खुद खरगोन नहीं गए? पब्लिक बहुत मारती है साब!
बता दे की इस प्रतिनिधिमंडल में पूर्व कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, मुकेश नायक, विजयलक्ष्मी साधौ, बाला बच्चन, पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, आलिम शेख शामिल थे।
गौरतलब है कि अभी वहां के लोग भी दंगें के कारण हुई परेशानियों को झेल कर काफी परेशान हो चुके हैं, ऐसे में जैसे ही नेता लोग वहां पहुंचे, उन्हें लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। शायद कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने सोचा होगा की अगर वो पहले वहां जाकर लोगों के हाल चाल जानेंगे तो उन्हें जनता की हमदर्दी मिलेगी, लेकिन यहां उल्टा हो गया, जैसे ही लोगों ने नेताओं को देखा, तो भड़क उठे, जिसके मुहं में जो आया बोलने लगे, तो कांग्रेस नेता भी उल्टे पैर लौट आए।