जिस तरह से हिटलर ने जर्मनी को बर्बाद किया, उसी तरह भाजपा भारत को बर्बाद कर रही है: दिग्विजय सिंह, नरोत्तम मिश्रा ने दिया जवाब
- दिग्विजय सिंह ने भाजपा को बताया हिटलर
- गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने किया पलटवार
भोपाल/अंजली कुशवाह: मध्य प्रदेश में उपचुनाव काफी नजदीक हैं. इसी बीच कांग्रेस और भाजपा नेताओं में बयानबाज़ी और भी जोर पकड़ रही हैं. इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर ट्वीट के माध्यम से जमकर निशाना साधा और भाजपा की तुलना हिटलर से की है. दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि चुनाव का समय आ गया है. भाजपाई कहेंगे हिंदू धर्म खतरे में है, उसे बचाने के लिए सभी भाजपा को वोट दें. यही हिटलर करता था और यही भाजपा करती है.
वही भाजपा के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले के पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस खतरे में है, दिग्विजय सिंह अपना घर संभाले.
दिग्विजय सिंह vs नरोत्तम मिश्रा
बता दें कि मध्यप्रदेश में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 30 अक्टूबर को होना है. जिसको लेकर कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच राजनैतिक झड़प और भी तेज हो गई है. दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में कहा है कि जिस तरह से हिटलर ने जर्मनी को बर्बाद किया। उसी तरह भाजपा भारत को बर्बाद कर रही है.
दिग्विजय के इस ट्वीट के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी जवाब में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस खतरे में है. हिंदू न खतरे में है, न था और न रहेगा. दिग्विजय सिंह जितनी खतरे में कांग्रेस है, उसकी चिंता करो. अपने घर को संभालो. अगली बरसात में यह दीवार भी ढह जाएगी.
चुनावी सभा में कमलनाथ ने भी शिवराज पर साधा था निशाना
बता दें ऐसा पहली बार नहीं हैं जब कांग्रेस ने भाजपा पर इस तरह के कटाक्ष किये हैं. इससे पहले भी बुरहानपुर में आयोजित एक चुनावी सभा में कांग्रेस के पूर्व सीएम कमलनाथ ने CM पर तंज कसते हुए कहा था कि शिवराज जी आपको दिखते नहीं, यह भटकते हुए नौजवान सुन नहीं सकते आवाज पावरलूम की. शिवराज जी आपकी आंख नहीं चलती, कान नहीं चलते, लेकिन मुंह बहुत चलता है. चाहे जो बुलवा लो. कोरोना के खतरे से अवगत कराया था, लेकिन तब शिवराज सिंह ने कहा था, यह कमलनाथ का डरोना है. आज बेरोजगारी सबसे बड़ी चुनौती है. नौजवान ठेका, कमीशन नहीं चाहते, काम चाहते हैं.
बता दें कि उपचुनाव की तारीख़ नजदीक आते ही कांग्रेस और भाजपा में सियासी जंग और भी तेज हो गयी हैं. अब आगे ये देखना होगा कि इस उपचुनावों में किसका पलड़ा भरी होता हैं.