बिना हेलमेट चलने वालों या जिनका बीमा खत्म हो चुका है, उनका चालान काटने की जगह पुलिस उन्हें अपनी गलती सुधारने का मौका दे रही है.
मोतिहारी: जिस घरती पर 1917 में महात्मा गाँधी ने चंपारण सत्याग्रह की शुरआत की थी |
उसी बिहार में पुलिस की एक नई अनोखी पहल ,सामने आ रही हैं
जी हाँ ,जिस बिहार में आपको गुंडाराज जैसे शब्द मिलेंगे,अब वहाँ कुछ नया हो रहा हैं
आजकल देश भर में चालान का बहुत तेज़ी से चलन चल रहा हैं ,
इस चालान के चक्कर में क्या युवा ,क्या बूढ़े और क्या नाबालिग़ सभी पर इसका असर देखा जा सकता हैं ,
हालंकि कुछ राज्य जैसे तमिलनाडु ,महराष्ट्र ,दिल्ली ,तेलंगाना जैसे ने इसका समर्थन किया था लेकिन अब वे राज्य भी जुर्माने की कटौती के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं ,वहीं कुछ राज्य जैसे मध्यप्रदेश पश्चिम बंगाल,और राजस्थान पहले राज्यों में से कुछ थे जिन्होंने समीक्षा के लिए कहा था और बाद में उच्च दंड को अस्वीकार कर दिया था इन राज्यों में इसका पालन नहीं किया गया |
मुख्य बातें
कुछ राज्य जैसे तमिलनाडु ,महराष्ट्र ,दिल्ली ,तेलंगाना जैसे ने मोटर व्हीकल संशोधन अधिनियम समर्थन किया था लेकिन अब वे राज्य भी जुर्माने की कटौती के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा “सरकार का इरादा भारी जुर्माना लगाने का नहीं है, लेकिन जुर्माने की रकम कई गुना बढ़ी
SHO का कहना हैं की “सवारियों पर जुर्माना नहीं लगाया जा रहा हैं ,क्योंकि इससे उन्हें महसूस होता हैं की वे अपराधी हैं
नए नियम क़ानून
(1 ) नाबालिग के गाड़ी चलाने पर 25 हज़ार रुपये का जुर्माना, गाड़ी का रजिस्ट्रेशन रद्द होगा और नाबालिग का ड्राइविंग लाइसेंस 25 साल से उम्र तक नहीं बनेगा.
(02 )ख़तरनाक ड्राइविंग करने पर अब एक हज़ार की बजाए 5 हज़ार रुपये देने होंगे.
(3 )ड्राइविंग के दौरान फ़ोन पर बात करने पर 1 हज़ार की जगह 5 हज़ार रुपये तक भरने पड़ेंगे.
(4 )रेड लाइट जंप करने पर पहले जो जुर्माना सिर्फ़ 100 रुपये था अब वो 10 हज़ार हो गया है.
(5 ) शराब पीकर गाड़ी चलाने पर जुर्माना अब 10 हज़ार हो गया है.
(6 )इमरजेंसी गाड़ियों जैसे एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियों को साइड न देने पर 10 हज़ार रुपये का जुर्माना.
लेकिन अब पुलिस और नागरिकों के बीच मारपीट की खबरें सरपट ज़ोर पकड़ने लगी और दिल्ली में ऑटो से लाखों का जुर्माना भी ले लिया गया , इन सब केस स्टडी के बाद ,कुछ भाजपाई राज्यों जैसे गुजरात ने जुर्माने को 50 % कम किया, वही महराष्ट्र ने नए जुर्माने को लागु नहीं किया
दूसरी तऱफ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा “सरकार का इरादा भारी जुर्माना लगाने का नहीं है, लेकिन लोगों के बीच सड़क अनुशासन लाने के लिए हैं , नए मोटर वाहन अधिनियम का बचाव करते हुए कहा “सरकार ठीक लोगों की इच्छा नहीं करती है। ऐसा समय आ जाना चाहिए कि किसी को भी इस तरह का जुर्माना न देना पड़े, ”सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री जो पिछले तीन वर्षों से नए अधिनियम में सख्त दंड प्रावधानों को लागू कर रहे हैं, बिल को इस साल के अंत में संसद में पारित होने से पहले कई वर्षों के बाद प्रयास किए गए।
“इन सबके बीच अब मुख्य खबर यह है की बिहार की मोतिहारी पुलिस की अनोखी पहल सामने आयी हैं |”
दरअसल बिना हेलमेट चलने वालों या जिनका बीमा ख़त्म हो चूका हैं ,उनका चालान काटने की जग़ह ,पुलिस उन्हें अपनी ग़लती सुधारने का मौक़ा दे रहीं हैं
इसके लिए पुलिस ने जाँच चौंकियो पर ही इसकी पूरी व्यवस्था की हैं ,ताकि सवारी फ़ौरन हेलमेट ख़रीद सकें और वाहन बीमा का नवीनीकरण करा सके |
अभियान की शुरआत पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी में SHO मुकेश चंद्र कुंवर ने की हैं
SHO का कहना हैं की “सवारियों पर जुर्माना नहीं लगाया जा रहा हैं ,क्योंकि इससे उन्हें महसूस होता हैं की वे अपराधी हैं ,इसके बजाय ,वे सब अच्छे गुडवत्ता वाले हेलमेट ख़रीदने औऱ अपने बीमा को नवीकृत कराने के लिए प्रोत्साहित होते हैं “
उन्होने आख़िर में कहा कि “जनता के बीच इस बात की भी धारणा बढ़ रही हैं कि नए ट्रैफिक नियम ने पुलिस को ज़बरन पैसा निकलवाने के लिए खुली छूट दे दी हैं |
फ़िलहाल अब जो भारत सरकार ने नए ट्रैफिक नियम बनाये हैं उसमे कितनी राजनीती और कितनी सुरक्षा होंगी, ये तो बाद में ही पता चलेगा ,लेकिन मोतिहारी पुलिस के इस पहल से सरकार को जरूर ध्यान देना चाहिए, जिससे नियमों से लोग सुरक्षित महसूस करें ना की अपने आप को ठगा महसूस करें |
नए नियम लोगों की सुरक्षा के लिए बनाए गए हैं, लेकिन क्या वाकई इसमें केंद्र सरकार को फैरबदल करना नहीं चहिये ?
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